उपेंद्र कुशवाहा की मांग, बिहार में लागू हो राष्ट्रपति शासन... सीएम नीतीश पर लगाए गंभीर आरोप

पूर्णिया. राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भारत सरकार के पूर्व मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने पूर्णिया में कहा कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अब शासन और सत्ता चलाने में मन नहीं लगता है वे भटक गए हैं और बिहार की जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिए हैं। उन्हें शासन और सत्ता चलाने में मन नहीं लग रहा है और जनता को मझधार में छोड़ दिए हैं, लिहाजा लो एंड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न हो गई है।  ऐसे में कोई वैकल्पिक व्यवस्था होना जरूरी है । उन्होंने कहा कि अगर राष्ट्रपति शासन की मांग उठी है तो जायज है और राष्ट्रपति शासन बिहार में लगनी चाहिए ताकि बिहार की जनता का विकास हो सके। 

उन्होंने भाजपा के पटना में हुए प्रदर्शन पर पुलिस लाठीचार्च की निंदा की. लोकतंत्र में इस प्रकार की कार्रवाई को दमनात्मक बताया और नीतीश सरकार पर विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जब राजद के साथ मिलकर सरकार बनाई उसी समय हमने इनका विरोध किया. हमारा विरोध तेजस्वी यादव या किसी व्यक्ति विशेष से नहीं है बल्कि राजद शासन में जिस तरह से बिहार में अराजक माहौल देखा गया था उसका विरोध था. उन्हीं के खिलाफ विरोध कर नीतीश सत्ता में आए और फिर से उनके साथ ही सरकार बना ली. 

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार की जनता को मझधार में छोड़ने का काम किया है. ऐसे में बिहार में सत्ता के नए विकल्पों की जरूरत है. इसमें राष्ट्रपति शासन का भी विकल्प है. राज्य में अब नीतीश की जगह राष्ट्रपति शासन लगाने का विकल्प अपनाया जाना चाहिए. 

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गौरतलब है कि उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार के पिछले वर्ष अगस्त 2022 में महागठबंधन संग सरकार बनाने पर विरोध जताया था. उन्होंने बाद में जदयू छोड़ने का निर्णय लिया और अपनी अलग पार्टी बना ली. अब उपेंद्र पूरे राज्य का दौरा कर रहे हैं. उन्होंने एनडीए में भाजपा के साथ जाने का भी संकेत दिया है.