DESK: उत्तराखंड के लिए सोमवार का दिन काफी डराने वाला रहा. यहां उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग के नरकोटा में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ. बादल फटने से आसपास के क्षेत्रों में तबाही का मंजर देखने को मिला और अतिवृष्टि से कई जगहों पर नुकसान हुआ. इन सबके बीच राहत वाली खबर यह है कि अब तक को कोई जनहानि की सूचना नहीं है.
बादल फटने से बद्रीनाथ एनएच पर परिचालन बाधित हो गया. पानी और मलबे का बहाव करीब 1 घंटे तक चला, जिसमें लोग अपनी तरफ से जितना कुछ बचा सकते थे उन्होंने बचाया. बाकी सब कुछ पानी के बहाव में बह गया. उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि बादल फटने से ग्रामीणों के खेत और घरों में पानी भर गया है. कई घर और दुकानें मलबों में दब गए हैं.
दो जिलों में बादल फटने की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग के अधिकारियों से फोन पर बात की. उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि हादसे में प्रभावित लोगों को तुरंत सहायता राशि दी जाएगी. इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं. सीएम तीरथ सिंह ने अपने दूसरे ट्वीट में जानकारी दी कि दोनों जिलाधिकारियों से कहा गया है कि वे स्थिति पर लगातार नजर रखें. लोक निर्माण विभाग, एनएच व बीआरओ को आदेश दिए गए हैं कि जो मार्ग बंद हो गए हों, उन्हें तत्काल खुलवाया जाए ताकि जनता को परेशानी न हो.
इसके अलावा टिहरी के कई इलाकों में भी तेज बारिश हुई है. यहां SDRF और पुलिस राहत-बचाव के काम में लगे हैं. उत्तराखंड में पिछले 4 दिनों से मौसम खराब बना हुआ है. पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है. एक दिन पहले सोमवार की शाम चमोली जिले में ओले गिरे थे.