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Vande Bharat Express: वंदे भारत एक्सप्रेस के रूट मैप पर बिहार में तेज हुई सियासत, मगध और शाहाबाद से क्या है कनेक्शन

Vande Bharat Express: वंदे भारत एक्सप्रेस के रूट मैप पर बिहार में तेज हुई सियासत, मगध और शाहाबाद से क्या है कनेक्शन

Vande Bharat Express: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को हाइ स्पीड गया-हावड़ा वंदे भारत स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. पीएम द्वारा हरी झंडी दिखाने के बाद गया रेलवे स्टेशन स्थित छह नंबर प्लेटफॉर्म पर खड़ी गया-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को केंद्रीय मंत्री सहित सहकारिता मंत्री, औरंगाबाद सांसद व पूर्व सांसद, पूर्व विधान पार्षद के साथ-साथ रेलवे के सीनियर अधिकारियों ने फूल छींटकर ट्रेन को रवाना किया. इसी के साथ अब गया के लोगों को पांच वंदे भारत ट्रेनों का लाभ मिल गया. इससे यहां के लोग  कम समय में अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच सकेंगे. 


क्या ये बिहार विधान सभा चुनाव 2025 की तैयारी है?

लेकिन, बिहार के राजनीतिक पंडित इसे बिहार विधान सभा चुनाव 2025 से जोड़कर देख रहे हैं. उनका कहना है कि बिहार में  रेलवे ट्रैक पर बिहार की राजनीति हमेशा सरपट दौड़ती रही है. यही कारण है कि बिहार में सरकार चाहे जिस किसी की रही हो, लेकिन रेल मंत्री का अपना दबदबा रहा है. चुनावी वर्ष से ठीक पहले एक बार फिर से बिहार में रेल पर चर्चा तेज हो गई है. यह चर्चा अप्रैल में बिहार से शुरू होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (vande bharat express) ट्रेनों के रूट को लेकर हो रही है. केंद्र सरकार ने बिहार विधान सभा चुनाव से ठीक एक वर्ष पहले मगध को पांच वंदे भारत एक्सप्रेस देकर बिहार में सियासी संग्राम मचा दिया है.  राजनीतिक पंडितों का कहना है कि शाहाबाद, मगध और पूर्वांचल के लिए यह पीएम मोदी का मास्टर स्ट्रोक है. 



मगध और शाहाबाद पर नजर

बिहार की राजनीति को समझने वालों को वर्ष 2020 का विधान सभा चुनाव याद होगा. सीएम नीतीश कुमार भी तब एनडीए के पार्ट थे. लेकिन,मगध और शाहाबाद में एनडीए का प्रदर्शन बहुत ही खराब था. मगध और शाहाबाद में एनडीए 37 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. इसमें मात्र छह सीटों पर ही एनडीए की जीत हुई थी. बीजेपी ने तब इसकी समीक्षा करने की बात कही थी.कहा जाता है कि बीजेपी आला कमान ने उसी वक्त से मगध और शाहाबाद को अपने टारगेट कर रखा था. एक वंदे भारत एक्सप्रेस को गया से शुरू करने के फैसले को अब उससे ही जोड़कर देखा जा रहा है. क्योंकि बीजेपी को पता है कि मगध फतह करने के बाद ही हम बिहार फतह कर सकते हैं. यहां से बीजेपी को अच्छी खासी सीटें मिलने की उम्मीद भी है.वैसे भी गया के लोग का बहुत दिनों से पश्चिम बंगाल के लिए डायरेक्ट ट्रेन की तलाश में थे. मोदी सरकार ने उनकी यह तलाश पूरी कर दी.



गया से गुजरेंगी 5 वंदे भारत

इस रूट से पहले से ही पटना-रांची के बीच एक और रांची-वाराणसी के बीच एक वंदे भारत चल रही है. अब गया से हावड़ा के अलावा देवघर से वाराणसी और टाटा से पटना वंदे भारत भी इसी रूट से गुजरेगी. इन ट्रेनों के परिचालन से गया के लोगों को पटना, रांची, वाराणसी, देवघर और हावड़ा जाने में समय की काफी बचत होगी


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