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Vande Bharat : वंदे भारत एक्सप्रेस की खिड़की के कांच तोड़ने वाला निकला बिहारी युवक, ‘रेल जिहाद’ की पूरी सच्चाई उजागर

Vande Bharat : वंदे भारत एक्सप्रेस की खिड़की के कांच तोड़ने वाला निकला बिहारी युवक, ‘रेल जिहाद’ की पूरी सच्चाई उजागर

Vande Bharat News: वंदे भारत एक्सप्रेस की खिड़की के कांच तोड़ने वाला एक वीडियो पिछले दिनों सोशल मिडिया पर वायरल हुआ था. वंदे भारत के इस वीडियो के सामने आने के बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे 'रेल जिहाद' नाम दिया. कई यूजर्स ने बिना सच्चाई जाने ही सोशल मीडिया पर एक धर्म विशेष के लोगों को लेकर तरह तरह ही नफरत भरी बातें की. लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस की खिड़की के कांच तोड़ने की सच्चाई अब उजागर हो गई है. इसमें कांच तोड़ रहे युवक के बारे में जो बातें सामने आई हैं उसके अनुसार वह बिहार मूल का युवक है. साथ ही कांच तोड़ने का मामला 'रेल जिहाद' बताने वालों को भी बड़ा झटका लगा है. 


मीडिया एक फैक्ट चेक में ये बातें सामने आई हैं कि वंदे भारत एक्सप्रेस की खिड़की के कांच तोड़ने का मामला कोई रेल जिहाद नहीं था. ना ही यह वंदे भारत एक्सप्रेस के डिब्बों को नुकसान पहुँचाने के मकसद से किया गया था. इसे लेकर सोशल मीडिया पर जो भी बातें कही जा रही थी वह भ्रामक थी. बिना सच्चाई जाने ही लोगों ने इसे वंदे भारत को नुकसान पहुँचाने और रेल जिहाद करार दे दिया. लेकिन यह पूरा मामला रेल विभाग की ओर से वंदे भारत के रेगुलर मेंटेनेंस से जुड़ा निकला है. इसमें ट्रेन के शीशे तोड़ने की बातें फर्जी साबित हुई हैं. 


दरअसल, वायरल वीडियो ट्रेन को नुकसान पहुंचाने का नहीं है. बल्कि ये अहमदाबाद के रेलवे मेंटेनेन्स यार्ड का वीडियो है. वंदे भारत के एक कोच के टूटे कांच को बदलने के लिए उसे तोड़ कर हटाया जा रहा है. इसे तोड़ने वाला शख्स बिहार मूल का बताया जा रहा है जो एक निजी कम्पनी के लिए काम करता है. यह कम्पनी ट्रेन के रखरखाव से जुड़ा काम देखती है. यानी यह कोई रेल जिहाद नहीं था बल्कि मेंटेनेन्स  के दौरान ट्रेन के शीशे तोड़ कर हटाने का काम किया गया था. 


वहीं युवक की पहचान बिहार के आरा जिले के रहने वाले एक युवक के रूप में हुई है. इसका नाम मनीष बताया जा रहा है. सोशल मीडिया पर 'सिंगर मनीष' के नाम से उसका एक अकाउंट भी है. वह बिहार के गुजरात में काम करने गया था. वहीं वह रेगुलर मेंटेनेंस के तहत वंदे भारत एक्सप्रेस की खिड़की के कांच तोड़ने का काम कर रहा था. इसी दौरान किसी ने उस तस्वीर को पोस्ट कर इसे ट्रेन को नुकसान पहुचाने वाला कृत्य करार दे दिया. रेलवे ने भी माना है कि वंदे भारत एक्सप्रेस की खिड़की के कांच तोड़ने की घटना नहीं हुई है. हालांकि युवक की पहचान को उजागर नहीं किया गया है. 

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