BAGAHA : विश्व बाघ दिवस के अवसर पर गुरुवार को मदनपुर गेस्ट हाउस में एक समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान मदनपुर वन विश्रामागर में सीएफ हेमकांत राय, एसीएफ अमिता राज वन प्रमंडल दो के डीएफओ डॉक्टर नीरज नारायण के अलावे पांचो वन क्षेत्रों क्रमशः मदनपुर, हरनाटांड, गोनौली चिउटाहा व वाल्मीकिनगर के वनरक्षी आदि शामिल हुए। समारोह के समापन पर मदनपुर वन क्षेत्र के करीब तीन दर्जन संविदा वन कर्मियों ने अपनी कुछ मांगों को सीएफ के समक्ष रखा। उनका कहना था कि विभाग धीरे-धीरे संविदा वन कर्मियों पर झूठे आरोप लगाकर विभाग से बाहर कर रहा है जो पूरी तरह से अनैतिक है।
अगर विभाग को हम वन कर्मियों को नहीं रखना है तो सीधा तरह से हटा दें। अनावश्यक व गलत आरोप लगाकर हटाना न्यायोचित नहीं है। इस दौरान सीएफ हेमकांत राय ने कहा सभी वन कर्मी वन अपराध में संलिप्त रहते हैं तथा पेड़ो की कटवाई कराने में भी उनकी सहभागिता रहती है। वैसे वनकर्मियों के पकड़े जाने पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाए। जबकि वनकर्मियों का कहना है कि उनपर जो भी आरोप है उसकी जांच की जाए।
दोषी साबित होने पर उसको निकाला जाए, जेल भेजा जाए, जो भी हो उसपर उचित कार्रवाई की जाय। उनका कहना है कि बिना जांच किये व आरोप साबित किये उसको निकलना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है। आरोप प्रत्यारोप में स्थिति बिगड़ता देख सीएफ के द्वारा स्थानीय नौरंगिया थाना को बुलाना पड़ा। पुलिस पंहुचने के बाद मामला को नया मोड़ देते हुए संविदा वनकर्मियों ने अपने चार माह के बकाया भुगतान करते हुए सामूहिक रूप से हटा देने की मांग करने लगे। वहीं कुछ ने थाना में जाकर आवेदन देने की भी बात कही। देखते हैं की विभाग व कर्मियों की खींचा-तानी में वन क्षेत्र का कितना भला हो पाता है। कर्मियों को पुनः सेवा का मौका मिलता है या विभाग बकाया भुगतान कर उनको चलता कर देती है।
बगहा से माधवेन्द्र पाण्डेय की रिपोर्ट