विश्व आदिवासी दिवस पर बोले सीएम हेमंत सोरेन, आदि परंपराओं के संवाहकों को नमन

Ranchi  :आज विश्व आदिवासी दिवस है। इस मौके पर देश के विभिन्न प्रांतों में रहने वाले आदिवासी समुदाय के लोग खुशियां मना रहे है। वहीं इस मौके पर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने आदिवासी महापुरुषों को नमन करते हुए पूरे देश के आदिवासियों को शुभकामनाएं और बधाई दी है।

सीएम ने कहा कि आज 21 वीं सदी का दौर है, हर ओर विकास की बात की जा रही है। मानव सभ्यताओं को जीवित रखने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। ऐसे में सभ्यता और संस्कृति के संरक्षण की सूई हमारे आदिवासी समाज की ओर घूम ही जाती है। उसकी वजह भी है क्योंकि हर आदि परंपराओं का सृजन और उस संस्कृति को जीवित रखने में इस समुदाय का संपूर्ण विश्व सदैव ऋणी रहेगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड जनजातीय बहुल प्रदेश है यहां की कला संस्कृति बिल्कुल अनूठी है। इसलिए हम कह सकते हैं कि देश आजाद होने से लेकर अब तक एक लंबी दूरी हम लोगों ने तय की है। 

उन्होंने कहा कि संविधान में आदिवासी समुदाय को प्रदत्त शक्तियों के बावजूद इस सफर में कहां तक पहुंचे हैं। यह हमारे लिए एक सवाल है और चिंतनीय विषय भी है। हेमंत सोरेन कहा कि आज का दिन आदिवासी समुदाय के लिए अंकित है। इतना लंबा सफर और समय तय करने के बावजूद हमारा यह समाज किन-किन ऊंचाइयों को छुआ यह आज के दिन में भी इस विषय पर हमें सोचने को मजबूर करता है। इसलिए आज इस आदिवासी दिवस पर सभी से आग्रह और विनम्र प्रार्थना है कि समाज को आगे बढ़ने के लिए हमें एकजुट होकर शिक्षा को प्राथमिकता दें।

सीएम ने कहा कि भौतिकवादी युग में वैश्विक महामारी के बीच आगे बढ़ने पर विचार करते हुए संकल्प लेने की जरूरत है। 

वहीं इस मौके पर उन्होंने रांची के मोरहाबादी स्थित नीलांबर-पीतांबर पार्क में साल और करम का पौधा भी लगाया। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से यह वृक्ष हमारे बीच सदियों से रहती आई हैं आगे भी इन वृक्षों के छांव में यह समाज आगे भी फले फूलेगा और इस व्यवस्था को और मजबूत करेगा।  ऐसा हमें उम्मीद है।

बता दें 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस के रुप में पहचाना जाता है। इस दिन संयुक्त राष्ट्र संघ ने आदिवासियों के भले के लिए एक कार्यदल गठित किया था जिसकी बैठक 9 अगस्त 1982 को हुई थी। उसी के बाद से संयुक्त राष्ट्रसंघ ने अपने सदस्य देशों को प्रतिवर्ष 9 अगस्त को आदिवासी दिवस मनाने की घोषणा की थी।  

रांची से मो. मोइजुद्दीन की रिपोर्ट