BANKA : लोकसभा चुनाव-2024 का नोटिफिकेशन जारी हो गया है। दूसरे चरण में यहां पर 26 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। इस बार 15 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसमें सात लाख 93 हजार पुरुर और सात लाख छह हजार महिला मतदाता शामिल हैं। इसके लिए पूरे लोकसभा क्षेत्र में 1548 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसमें से शहरी क्षेत्र में 90, जबकि ग्रामीण इलाके में 1458 मतदान केंद्र हैं। चुनाव की तैयारी को लेकर शनिवार को डीएम अंशुल कुमार ने प्रेस वार्ता करइसकी जानकारी दी।
डीएम ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करे, इसके लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए वैसे मतदाता जिनकी उम्र 85 साल या उससे अधिक है या फिर वे दिव्यांग हैं, उनके लिए पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
बांका के पीबीएस कालेज और केंद्रीय विद्यालय में जमा होंगे ईवीएम मशीन, बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवी पैट को रखने के लिए दो सेंटर बनाए गए हैं। पीबीएस कालेज और केंद्रीय विद्यालय में इसकी व्यवस्था की गई है। बेलहर, कटोरिया, अमरपुर और बांका विधानसभा के ईवीएम को पीबीएस कालेज में डिस्पैच किया जाएगा और इसके बाद यहीं पर रखा भी जाएगा। जबकि धोरैया और सुल्तानगंज विधानसभा का ईवीएम मशीन को केंद्रीय विद्यालय में जमा होगा। वोटों की गिनती भी इन्हीं दोनों केंद्रों पर होगी। डीएम ने बताया कि यहां पर 3822 बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट 1944 और वीवी पैट 2187 के अधिक रखे गए है।
उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान सुरक्षा कें कड़े इंतजाम किए गए हैं। साथ ही धनबल को रोकने के लिए भी कई स्तर पर निगरानी होगी। पूरे जिला में 12 जगहों पर चेकपोस्ट बनाए गए हैं। इन चेकपोस्टों पर दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती की गई है। चुनाव के दौरान करीब 14 हजार सुरक्षा बलों की जरूरत होगी। पूरे लोकसभा क्षेत्र में संवेदनशील बूथों की संख्या पिछले चुनाव के दौरान 808 के आसपास थी। इसमें से 197 नक्सल प्रभावित बूथों की संख्या थी। इस साल नक्सल प्रभावित बूथों की संख्या कम हो जाएगी।
डीएम ने कहा कि झारखंड से सटे सीमावर्ती चेकपोस्टों पर शराब दुकानों पर भी नजर रखी जाएगी। शराब तस्करी वाले रूटों पर भी नजर रखी जायेगी ।चुनाव के दौरान फेक न्यूज और सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जाएगी। फेक न्यूज और फेक कंटेंट या विज्ञापन को लेकर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
चुनाव के दौरान कंट्रोल रूम दिनरात काम करेगा। जहां पर सुरक्षा-व्यवस्था से लेकर मीडिया मानीटरिंग भी की जाएगी। इसके साथ-साथ इस बार अनुबंध पर कार्यरत कर्मियों को चुनाव से दूर रखा जाएगा। इसके लिए चुनाव आयोग से निर्देश मिला है। डीएम ने कहा कि पूरे चुनाव के दौरान किसी तरह की हिंसा पर रोकथाम, चुनाव के प्रचार के दौरान धन-बल के प्रयोग पर रोक के लिए कई स्तर पर निगरानी रखी जाएगी। प्रखंड स्तर और थाना स्तर पर मानीटरिंग के साथ-साथ जिला स्तर पर भी नजर रखी जा रही है।
बांका से चन्द्रशेखर कुमार भगत कि रिपोर्ट।