DESK: पूरे देश की निगाहें इस वक्त पश्चिम बंगाल की राजनीति पर हैं जहां बीजेपी और टीएमसी जोर शोर से चुनाव प्रचार में लगी है. यहां हर मुद्दे पर दोनों ही पार्टी के नेता बयानबाजी कर राजनीति को हवा देने में लगे हुए हैं. इसी बीच ममता बनर्जी ने बुधवार को पर्चा दाखिल कर दिया है.
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में प्रतिष्ठा की सीट मानी जा रही नंदीग्राम से ममता बनर्जी ने पर्चा दाखिल कर दिया है. बीजेपी ने ममता को इस सीट से चुनाव में उतरने की चुनौती दी है. वहीं बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी इसी सीट पर 12 मार्च को पर्चा दाखिल करेंगे. शुभेंदु एक वक्त पर ममता के पुराने सिपहसलार रहे हैं जिन्होनें इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी का हाथ थामा है.
इस सीट पर नामांकन दाखिल करने से पहले ममता बनर्जी ने एक रैली में बीजेपी पर जमकर हमला बोला. वैसे तो रैली के जरिए होने वाले हमले इन दिनों आम हो चुके हैं. रैली में ममता ने बीजेपी के हिंदुत्व के जवाब में ब्राह्मण कार्ड खेला था. उन्होंने कहा कि मैं एक ब्राह्मण हूं और मुझे हिंदू होना मत सिखाइए. उन्होंने बुधवार को भी हिंदू कार्ड खेलते हुए शिव मंदिर में पूजा की और लोगों से मुलाकात की. इसके बाद वह हल्दिया गईं और फिर नामांकन दाखिल किया. मंच से ही चंडीपाठ कर ममता ने अपने इरादे जाहिर कर दिए. इस चंडीपाठ पर भी भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. ममता बनर्जी ने कहा कि मैं अपना नाम भूल सकती हूं, लेकिन नंदीग्राम नहीं भूल सकती. ममता के नामांकन से ही नंदीग्राम के संग्राम की शुरुआत हो जाएगी.