बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

'नीतीश-ललन' की ये कैसी मजबूरी ? आज तो पत्रकारों ने सवाल भी नहीं पूछा...फिर भी 2.5 मिनट तक सुशील मोदी पर ही बोलते रहे JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष

'नीतीश-ललन' की ये कैसी मजबूरी ? आज तो पत्रकारों ने सवाल भी नहीं पूछा...फिर भी 2.5 मिनट तक सुशील मोदी पर ही बोलते रहे JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष

PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस नेता को सबसे अधिक समय तक डिप्टी सीएम बनाकर रखा उन्हें जेडीय़ू के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभी भी छात्र नेता ही करार दे रहे. नीतीश के बाद नंबर-2 नेता का दावा है कि वे (सुशील मोदी) बयानवीर नेता हैं. अखबार में छपेंगे नहीं तो उनका भोजन ही नहीं पचेगा. आखिर ऐसा क्यों....। दरअसल, सुशील मोदी लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कटघरे में खड़े कर रहे हैं. सुशील मोदी के आरोपों पर खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ रहा. सीएम नीतीश भी सुशील मोदी के तमाम आरोपों पर सफाई देते रहे हैं. आज तो बिना सवाल पूछे ही जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष करीब 2.5 मिनट तक सुशील मोदी पर ही बोलते रहे. 

ललन सिंह ने जिन्हें छात्र नेता बताया उन पर लगातार 2.5 मिनट बोले 

जेडीयू के प्रदेश कार्यालय में आज मिलन समारोह का आयोजन किया गया था. दरभंगा नगर निगम की मेयर अंजुम आरा को दल में शामिल कराने को लेकर ललन सिंह, विजय चौधरी, संजय झा मौजूद थे. अंजुम आरा को पार्टी में शामिल कराने के बाद जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष वहां मौजूद लोगों व पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. बिना सवाल पूछे वे सुशील मोदी को लेकर बोलने लगे. लगातार ढाई मिनट तक वे सुशील मोदी पर ही बोलते रहे. ललन सिंह ने सुशील मोदी का नाम लिए बिना कहा,'' एकगो हैं नेता, एक पार्टी में. जिनको बीमारी है,वो छात्र नेता थे, 1974 के आंदोलन में वो छात्र नेता थे. 1974 से अब तक कितना साल हुआ, बताया गया कि 49 साल हुआ. 49 साल में भी वे छात्र नेता से आगे बढ़ नहीं पाये हैं. वो आज भी छात्रे नेता हैं. उस समय रोज उनका आता था अखबार में. पहले से भी हम उनको जानते हैं, हमलोगों के साथ भी रहे हैं, वो अखबार रोज सुबह उठ कर पढ़ते हैं. जिस दिन अखबार में उनका फोटो और एक बयान नहीं छपे तो उनका भोजन नहीं पचेगा. वो बयानवीर नेता हैं. आज कल तो दूसरे कारण से बयान दे रहे हैं. आज कल बयान दे रहे हैं कि कहीं उनकी पार्टी के आका खुश हो गए और कुछ दे दें. क्यों कि अभी भी उन पर खतरा मंडरा रहा है. लेकिन मुख्यमंत्री जी के मित्र रहे हैं, हमलोगों के नेता के मित्र रहे हैं. हमलोग उनको हमेशा शुभकामना देते रहते हैं. आपको जितना बोलना है खिलाफ में बोलते रहिए. कहीं बोलते-बोलते कुछ मिल गया गया आपको, तो अच्छा रहेगा. हमलोगों की शुभकामना है आपको''. 

ललन सिंह की सफाई ..नीतीश कुमार पार्टी के खर्चे पर जा रहे

ललन सिंह ने सुशील मोदी को लेकर आगे कहा,'' आज या कल एक ट्वीट देखे हैं कि मुख्यमंत्री जी जहां जा रहे हैं, बंगाल, उत्तरप्रदेश या कल महाराष्ट्र जा रहे हैं, वो सरकारी खर्चे पर जा रहे हैं. आपको पता ही नहीं है. नीतीश कुमार जी राजनीतिक काम में एक रू भी सरकारी खर्च नहीं करते हैं. वे जहां भी जा रहे हैं पार्टी की तरफ से जा रहे हैं.  पार्टी व्यवस्था कर रही है और वे यात्रा कर रहे हैं. कहां से कहां बयान दे रहे हैं, बयान देना है, कुछ भी बयान देना है. छपने के लिए बयान देना है तो देते रहिए. कहीं आका खुश हो जाय और कुछ बना दे. अभी इनके आका का...."


Suggested News