NEW DELHI : देश के मुख्य न्यायाधीश कोर्ट में जितने एक्टिव रहते हैं, उतने ही सार्वजनिक जीवन में भी दिखते हैं। हाल में ही वह अपनी कार को लेकर चर्चा में रहे थे। अब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ी एक कहानी लोगों के साथ शेयर की है। सीजेआई ने बताया कि कैसे कोरोना से उबरने में प्रधानमंत्री ने दूर रहकर भी उनकी मदद की, जिसके बाद वह पूरी तरह से ठीक हो सके।
सुप्रीम कोर्ट परिसर में नए बने आयुष समग्र कल्याण केंद्र का उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने उस दौर को याद किया जब कोरोना वायरस चरम पर था और वो भी उस घातक वायरस से ग्रसित थे। उन्होंने कहा कि ‘कोविड फैलने के बाद से मैं आयुष से जुड़ा हुआ हूं. मुझ पर सही मायने में वायरस का गहरा प्रभाव पड़ा था और उसी वक्त प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे फोन किया और कहा, ‘आप कोविड से पीड़ित हैं और मुझे उम्मीद है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा
बीमारी दूर करने के लिए भेजवाई थी दवाई
साथ ही उस कॉल पर दोनों ने कोरोना महामारी के दौरान के अनुभव को साझा किया था. जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कि ‘PM मोदी ने मुझसे आगे कहा ‘मुझे एहसास है कि आप अच्छी स्थिति में नहीं हैं, लेकिन हम सब कुछ करेंगे. एक वैद्य हैं जो आयुष में सचिव भी हैं और मैं उनके साथ एक कॉल की व्यवस्था करूंगा जो आपको दवा और सब कुछ भेज देंगे.’
चंद्रचूड़ ने आगे बताया कि जब मैं कोविड से पीड़ित था तो मैंने आयुष से दवा ली. दूसरी और तीसरी बार जब मुझे कोविड हुआ, तो मैंने बिल्कुल भी एलोपैथिक दवा नहीं ली. उन्होंने बताया कि आयुष की वजह से वह पूरी तरह ठीक हुए.
सभी कर्मियों को नहीं मिल पा रही पूरी सुविधा
हालांकि, उन्होंने इस बात का दुख जताया है कि सभी जज, उनके परिवार और सुप्रीम कोर्ट के 2000 से ज्यादा स्टाफ सदस्य को वो सुविधाएं नहीं मिलती है जो उन्हें मिलनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि मैं चाहता हूं कि उनके पास जीवन का एक समग्र पैटर्न हो… मैं मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को धन्यवाद देना चाहता हूं. मैं योग करता हूं. मैं शाकाहारी आहार का पालन करता हूं, पिछले पांच महीनों में मैंने पूरी तरह से शाकाहारी आहार का पालन किया है और मैं इसे जारी रखूंगा