Desk. देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की पीक अक्टूबर के आसपास रह सकती है. इसका दावा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट की एक रिपोर्ट में किया गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को सौंपी गई इस रिपोर्ट में डॉक्टरों, कर्मचारियों और वेंटिलेटर और एम्बुलेंस जैसे उपकरणों सहित बाल चिकित्सा सुविधाओं की गंभीर आवश्यकता के बारे में बात की है.
एनआईडीएम की इस रिपोर्ट में रॉयटर्स का हवाला देते हुए कहा गया है कि कोरोना की तीसरी लहर अक्टूबर में चरम पर रह सकती है. क्या कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट तीसरी लहर का जरिया बनेगा, इस बारे में रिपोर्ट में बताया गया है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट B.1.617.2 के म्यूटेशन से बना है. B.1.617.2 कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात के पक्के सबूत नहीं है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक है. 2 अगस्त 2021 तक इस वेरिएंट के 16 राज्यों 70 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इस बात के कोई बायोलॉजिकल सबूत नहीं है कि डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट बड़ों से ज्यादा बच्चों को प्रभावित करेगा.