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कौन है चंचल गोस्वामी जो बन गया राज्य का सबसे ताकतवर शख्स, मुख्यमंत्री के साथ बैठकर करता रहा सबसे बड़ा खेल, जानिए एक-एक कारनामा

कौन है चंचल गोस्वामी जो बन गया राज्य का सबसे ताकतवर शख्स, मुख्यमंत्री के साथ बैठकर करता रहा सबसे बड़ा खेल, जानिए एक-एक कारनामा

DESK.  स्टेज प्रोगाम के सहारे अपनी आजीविका चलाने वाला चंचल गोस्वामी एक झटके में राज्य का सबसे ताकतवर शख्स बन गया. भोजपुरी गायक के गीतों का हुबहू प्रस्तुति देने वाला चंचल जब सियासी गलियारे में पहुंचा तो कुछ महीने में ही इसकी इतनी मजबूत पैठ बन गयी कि जमीन छोड़कर आसमान की सैर करने लगा. जिसके आगे आईएएस-आईपीएस भी अपनी ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए चक्कर काटने को मजबूर होने लगे. इस चंचल के कारनामे इन दिनों पूरे झारखंड में चर्चा के केंद्र में बना हुआ है. लेकिन अब झारखंड में बदले सियासी रुतबे के बाद चंचल को लेकर कई प्रकार के कथित दावे किए जा रहे हैं. 

झारखंड में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चम्पाई सोरेन को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था. चम्पाई सोरेन के सीएम बनने के बाद चंचल गोस्वामी को मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के रुप में नियुक्त किया गया. लेकिन मिडिया सलाहकार बनते ही चंचल को लेकर कई तरह की खबरें आने लगी. इसमें राज्य में तबादला का खेल खेलने को लेकर चंचल पर कई तरह के कथित आरोप सामने आए हैं. कहा गया कि चंचल ने अधिकारीयों की मनचाही पोस्टिंग के नाम पर उनसे सेटिंग की लेकिन कई अधिकारी ठगे रहे गये. 

जमशेदपुर के रहने वाले चंचल गोस्वामी की शुरुआती पढ़ाई लिखाई विष्टुपुर स्थित सेंट मेरिस हिन्दी विद्यालय में हुई . चंपाई सोरेन भी इसी इलाके से आते हैं. इस बीच बचपन से ही स्टेज प्रोग्राम से जुड़े रहने वाले चंचल गोस्वामी की मूल पहचान गाने वाले कलाकार की रही. लेकिन फिर वह  चंपाई सोरेन का नजदीकी बना और जब  चंपाई सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री बने तो चंचल की ताकत भी बढ़ गई. चंचल गोस्वामी मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पद पर नियुक्त किया गया. मिडिया रिपोर्टों की मानें तो इस पद पर रहते ही चंचल ने जमकर हेरफेर किया. खासकर अधिकारीयों के तबादले को लेकर उन पर कई तरह की कथित बातें सामने आ रही हैं. 

कहा गया कि चंचल के इशारे पर ही क ही अधिकारी को महज 15 दिन में दूसरा तबादला भी किया गया.एक डीएसपी रैंक के अधिकारी तो चंचल के इस कारनामें से इतना आहत हुआ कि अपनी रोती हुआ वीडियो ही सोशल मीडिया पर डाल दिया, चंपाई सोरेन की नजर पड़ी, तब उसे बुलाया गया और उसकी समस्या का निदान हुआ. सत्ता के गलियारे में खुद की पहचान चंचल ने सुपर सीएम की तरह बना ली थी. 

तीन जुलाई को राजधानी रांची में जारी सियासी ड्रामे के बीच सरायकेला-खरसांवा के एसपी मनीष टोप्पो को हटा दिया गया, जबकि मनीष टोप्पो  ने इसी साल मार्च महीने में पदभार संभाला था, उसके बदले में मुकेश लुनायत को कमान सौंपा गया.अधिसूचना भी जारी कर दी गयी. इसके साथ ही तीन जुलाई को ही कई दूसरे अधिकारियों का भी तबादला हुआ, कई दारोगा और इंस्पेक्टर को भी बदला गया, सवाल यह है कि जब सीएम चंपाई ने अपना इस्तीफा सौंप दिया था, यह साफ हो चुका था कि सत्ता की कमान अब पूर्व सीएम हेमंत के हाथ में जाने वाली है, इस तबादले की इतनी बेचैनी क्यों थी?

कहा जा रहा है कि जेल में बंद हेमंत सोरेन को भी इसकी भनक लगी थी. इसके बाद ही जेल से बाहर आते ही हेमंत सोरेन 28 जून से ही एक्टिव हुए. यहाँ तक कि दिल्ली तक चंचल की शिकायतों को लेकर चर्चा होने की खबर आई. इस बीच कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी ने हेमंत सोरेन को फोन भी किया और बाद में उन्होंने सीएम पद की शपथ ली. ऐसे में अब चंचल गोस्वामी को लेकर कई तरह की चर्चाओं में आगे उनके खिलाफ क्या होगा इस पर सबकी नजर है. 

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