नयी दिल्ली- वर्तमान लोकसभा द्वारा अब तक पारित किए गए विधेयकों में से आधे पर सदन में दो घंटे से भी कम समय तक चर्चा हुई और उनमें से केवल 16 प्रतिशत को संसदीय स्थायी समितियों को भेजा गया. संसद का शीतकालीन सत्र खत्म हो गया है. इस बीच एक हैरान कर देने वाला आंकड़ा सामने आया है. 17वीं लोकसभा द्वारा अब तक पारित किए गए लगभग आधे विधेयकों को दो घंटे से भी कम चर्चा के बाद मंजूरी दे दी गई। इनमे केवल 16% विधेयकों को स्थायी समितियों के पास भेजा गया। गुरुवार को समाप्त हुए शीतकालीन सत्र तक 17वीं लोकसभा के कार्यकाल के दौरान 172 विधेयकों पर चर्चा हुई और उन्हें पारित किया गया। इनमें से 86 बिल (48%) लोकसभा द्वारा और 103 बिल (60%) राज्यसभा द्वारा पारित किये गये.
17वीं लोकसभा के कार्यकाल के दौरान 172 विधेयकों पर चर्चा हुई और उन्हें पारित किया गया. लोकसभा में 86 विधेयकों और राज्यसभा में 103 विधेयकों पर दो घंटे से भी कम समय तक चर्चा हुई. 172 विधेयकों में से लोकसभा में 16 और राज्यसभा में 11 विधेयकों पर चर्चा में 30 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया.यह रिपोर्ट शीतकालीन सत्र के समापन के एक दिन बाद आई. यह वर्तमान लोकसभा का आखिरी पूर्ण सत्र था.
लोकसभा ने 34 (20%) विधेयकों को दो से तीन घंटे की चर्चा के साथ पारित किया. जबकि 28 (16%) को तीन से चार घंटे की चर्चा के साथ और 24 (14%) को चार घंटे से अधिक की चर्चा के साथ पारित किया. राज्यसभा ने 30 (17%) विधेयक को दो से तीन घंटे की चर्चा के साथ, 22 (13%) विधेयक तीन से चार घंटे की चर्चा के साथ और 17 (10%) विधेयक चार घंटे से अधिक चर्चा के साथ पारित किए.