विश्व रक्तदान दिवस: रक्तदान है महादान, एक यूनिट ब्लड दे सकती 3 जीवनदान

14 जून को विश्व रक्तदान दिवस के रूप में मनाया  जाता है. वर्ष 2004 में स्थापित इस कार्यक्रम का उद्देश्य सुरक्षित रक्त उत्पादों की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना और रक्तदाताओं के सुरक्षित जीवन रक्षक रक्त के दान करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करते हुए आभार व्यक्त करना है. रक्तदान को लेकर ऐसे बहुत सारी बातें हैं जो लोग नहीं जानते हैं.

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आपके ब्लड डोनेट करने से कई लोगों को जीवनदान मिल सकता है. एक यूनिट ब्लड (450ml) करीब 3 ज़िन्दिगियां बचा सकता है. कई लोगों के मन में रक्तदान से पहले एक सवाल जरूर आता है, कि क्या रक्तदान से उन्हें नुकसान होगा। रक्तदान को महादान कहा गया है, इसको करने से आपको कोई नुकसान नहीं होगा, बल्कि कई ज़िंदगियाँ बच सकती हैं. ब्लड डोनेट करने के 21 दिन बाद यह दोबारा बन जाता है.

ब्लड डोनेट करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है. रक्तदान के लिए यह जानना बेहद जरुरी है की आप रक्तदान के योग्य है या नहीं, मेडिकल टेस्ट से आपको यह पता चल जाएगा. अगर आप रक्तदान करने का सोच रहे हैं तो एक दिन पहले से स्मोक करना बंद कर दें. इसके अलावा रक्तदान करने के तीन घंटे बाद ही धुम्रपान करें. रक्तदान करने के बाद हर तीन घंटे में हैवी डाइट लें. इसमें आप ज्यादा से ज्यादा हैल्दी खाना ही लें. आप चाहि तो फल खा सकते हैं.

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देश में अगर 1% आबादी भी रक्तदान करे तो हमें खून की कमी कभी नहीं होगी और इसके कारण किसी की जान नहीं जाएगी. एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में अभी करीब 95 लाख लोग ही रक्तदान करते है जो जरुरी अकड़े से करीब 30 लाख कम है. औसतन हर ओपन हार्ट सर्जरी के लिए 6 यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है जबकि सड़क दुर्घटना में घायल शख्स को 100 यूनिट्स तक ब्लड की जरूरत पड़ सकती है। WHO के डेटा के मुताबिक अस्पताल में भर्ती किए जाने वाले हर 10 लोगों में से 1 को ब्लड की जरूरत पड़ती हैं.