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खेल कर भी IIT जैसे बड़े शिक्षण संस्थानों में पा सकते हैं एडमिशन, देश में पहली बार इस संस्थान में शुरू होने जा रही है यह व्यवस्था

खेल कर भी IIT जैसे बड़े शिक्षण संस्थानों में पा सकते हैं एडमिशन, देश में पहली बार इस संस्थान में शुरू होने जा रही है यह व्यवस्था

DESK : IIT में एडमिशन पाना इंजीनियरिंग  की तैयारी करनेवाले छात्रों का सपना होता है। इसके लिए जी-तोड़ मेहनत करने के बाद भी कुछ हजार छात्रों का ही एडमिशन हो पाता है। ऐसे में यह कहें खेलों में बेहतर प्रदर्शन करके भी आईआईटी जैसे संस्थानों में एडमिशन पा सकते हैं। इसके लिए देश में पहली बार स्पोर्टस कोटे की घोषणा की गई है।

दरअसल,  इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मद्रास अपने UG प्रोग्रामों खिलाड़ियों के लिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू करने वाला देश का पहला आईआईटी बन गया है. संस्थान शैक्षणिक वर्ष 2024-2025 से 'स्पोर्ट्स एक्सीलेंस एडमिशन' (Sports Excellence Admission या SEA) शुरू करेगा, जिसके तहत यह भारतीय नागरिकों के लिए अपने प्रत्येक UG कार्यक्रम में दो अतिरिक्त सीटों की पेशकश करेगा. इसमें एक सीट कॉमन होगी, जबकि दूसरी सीट केवल महिला खिलाड़ियों के लिए होगी।

दरअसल, वर्तमान में किसी भी आईआईटी में स्पोर्ट्स कोटा नहीं है, हालांकि दिल्ली यूनिवर्सिटी समेत कई विश्वविद्यालयों में स्पोर्ट्स कोटा मौजूद है. आईआईटी मद्राम में यह पहल खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभाशाली छात्रों को पहचानने और नए अवसर देने के लिए है. यह यूजी प्रोग्राम योग्य छात्रों को अपने खेलों में अच्छा प्रदर्शन करते हुए हायर एजुकेशन प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगी. 

JEE एडवांस्ड का नियम बदला, ऐसे होगा एडमिशन

एसईए के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया के लिए एक छात्र को जेईई (एडवांस्ड) एग्जाम क्लियर करना होगा, लेकिन यह संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण (जोसा) पोर्टल के माध्यम से नहीं बल्कि आईआईटी मद्रास द्वारा संचालित एक अलग पोर्टल के माध्यम से होगा. इस कार्यक्रम के माध्यम से एडमिशन के लिए पात्र होने के लिए, उम्मीदवारों को जेईई (एडवांस्ड) में कॉमन रैंक लिस्ट (सीआरएल) या कैटेगरी वाइज रैंक लिस्ट में एक स्थान हासिल करना होगा, और किसी भी राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय में पिछले चार वर्षों में स्तरीय खेल प्रतियोगिता में कम से कम एक पदक जीता होना चाहिए. अधिक जानकारी आईआईटी मद्रास की ऑफिशियल वेबसाइट https://jeeadv.iitm.ac.in/sea/ पोर्टल पर उपलब्ध हैं.

IIT मद्रास यूजी SEA का फायदा

इस प्रोग्राम की घोषणा करते हुए आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटि ने कहा, 'राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 में परिकल्पना के अनुसार समग्र शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह एक बहुत ही प्रगतिशील कदम है. यह कदम छोटे बच्चों द्वारा खेलों में उपलब्धियों को स्वीकार करना है. उन्हें इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के नजरिए से अपने संबंधित खेलों को और समझने का अवसर दें. आईआईटी मद्रास ने खेल-संबंधी कई वैकल्पिक विकल्प जोड़े हैं और इसमें कई अत्याधुनिक सुविधाएं भी हैं.'

प्रदर्शन के आधार पर तय होगी सूची

इस तरह की पहल की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने आगे कहा, 'इसके अलावा, हम निकट भविष्य में एडवांस्ड डिवाइज के साथ एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स भी लॉन्च करेंगे. हमें बेहद खुशी है कि 'स्पोर्ट्स एक्सीलेंस एडमिशन' जुलाई 2024 से शुरू हो रहा है. हम चाहते हैं कि हमारे पूर्व छात्र विश्व-प्रसिद्ध खिलाड़ी बनें.' खेलों की एक विशिष्ट सूची में उनके प्रदर्शन के आधार पर उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त कुल स्कोर के आधार पर एक अलग 'स्पोर्ट्स रैंक सूची' (एसआरएल) तैयार की जाएगी. इस सूची के आधार पर सीट आवंटन किया जाएगा.

पिछले साल रखा गया था प्रस्ताव

बता दें कि आईआईटी मद्रान ने पिछले साल यूजी कोर्सेज में स्पोर्ट्स कोटा एडमिशन शुरू करने का प्रस्ताव आईआईटी काउंसलिंग के सामने रखा था. एथलेटिक्स, क्रिकेट, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, फुटबॉल, हॉकी, स्क्वैश, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल समेत कई खेलों के अभ्यर्थी इसका लाभ उठा सकेंगे

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