BANKA : जिले के अमरपुर रेफरल अस्पताल में इलाज के दौरान एक युवक की मौत पर परिजनो ने डॉक्टरो पर ईलाज में कोताही बरतने का आरोप लगाते हुए जमकर अपनी भड़ास निकाला। मृतक के परिजनो द्वारा किये जा रहे हंगामा के कारण अस्पताल में अफरा -तफरी का माहौल बन गया।
मौके पर मृतक के परिजन रजौन थाना क्षेत्र के डरपा गांव के लोगो ने बताया कि गुरूवार की सुबह अचानक लालमोहन कुमार (18) वर्ष की तबियत खराब हो गई। जिसका गांव के डॉक्टर से उपचार कराया गया। लेकिन उपचार के दौरान युवक की तबियत ज्यादा बिगड़ गई। आनन -फानन में युवक को उपचार के लिए अमरपुर के रेफरल अस्पताल लेकर आये। जहां आयुष चिकित्सक डॉ जयशंकर प्रसाद ने युवक को देखते ही मृत घोषित कर दिया।
मृतक के परिजनो ने बताया कि बांका जिला के सबसे बड़ी व्यवसायिक मंडी अमरपुर में रेफरल अस्पताल अवस्थित है। जहां आयुष चिकित्सक के हाथो में अस्पताल आये मरीजो का भविष्य रहता है। अस्पताल में नाम मात्र के एमबीबीएस डॉक्टर पदस्थापित हैं जिसकी ड्युटी सप्ताह में दो से तीन दिनो तक रहती है। बाकी दिन अस्पताल की देखरेख आयुष चिकित्सकों के हाथो में रहती है।
कहा की आयुष चिकित्सक पेट दर्द या मामूली रूप से बीमार मरीजो को सीधे मायागंज भागलपुर रेफर कर अपनी ड्युटी से पल्ला झाड़ रहे हैं। आज जिस कारण अधिकतर मरीज अस्पताल आने की बजाय शहर के प्राईवेट डॉक्टरो के पास जाना मुनासीब समझ रहे हैं। जिससे गरीब लोगों को काफी परेशानियों का सामना उठाना पड़ता है।
बांका से चंद्रशेखर कुमार भगत की रिपोर्ट