Bihar Politics: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का बड़ा बयान, मुस्लिम समाज पर लगाया देश को डराने का आरोप...

Giriraj Singh Big statement

Bihar Politics: केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह अपने फायरब्रांड छवि के लिए जाने जाते हैं। गिरिराज सिंह किसी धर्म विशेष के अलावा विपक्ष के किसी भी नेता पर सियासी हमला बोलने का एक भी मौका नहीं छोड़ते है। बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह ने एक बार फिर मुसलमानों को लेकर तीखा हमला बोला है। दरअसल, पिछले दिनों हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के खिलाफ जम्मू कश्मीर समेत भारत में कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया गया था। 

जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के बीच इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिला। पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती समेत कई पार्टियों के नेताओं ने हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत पर दुख जताया। महबूबा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा था कि लेबनान और गाजा के शहीदों, खास तौर पर हसन नसरुल्लाह के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मैं कल के अपने अभियान रद्द कर रही हूं। हम इस दुख और प्रतिरोध की घड़ी में फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं।

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इसी कड़ी में आज यानी मंगलवार को बेगूसराय में पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने बड़ा हमला बोला है। गिरिराज ने कहा कि लेबनान में मरा कौन, मारा कौन और आप यहां मातम मना रहे हैं। कश्मीर में जो शहीद हुए उसके लिए तो आप मातम मनाते नहीं हैं। योगी आदित्यनाथ ने तो ठीक ही कहा है कि जान न पहचान और वो हो गए भाईजान। मुस्लिम समाज के लोग देश को डराने का काम कर रहे हैं। दुर्भाग्यपूर्ण है देश का कि ऐसे लोगों को भी पूजा जाता है।

वहीं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी हरियाणा में एक रैली के दौरान अपने संबोधन में कहा था कि नरेंद्र मोदी गरीबों की जेब से तूफान की तरह पैसा निकाल कर सुनामी की तरह अडाणी की तिजोरी में डाल रहे हैं। राहुल के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गिरिराज ने कहा कि , "या तो राहुल गांधी दिमागी दिवालियापन हो चुके हैं या उनको अंबानी-अडाणी का फोबिया हो गया है। जिस राहुल गांधी के परिवार ने 50 साल तक भारत को लूटा, दादी जी से 2 जी तक एक से एक कांड होता रहा । बेगूसराय सांसद ने कहा कि भारत के बाहर जाकर भारत को गाली देते हैं, उनका क्या हक है? ठीक ही तो कहा योगी जी ने कि इनकी संस्कृति में नाच-गान है इसलिए भारत में प्रभु श्री राम को भी गाली देते हैं। ये खुद नचनिया-गगनिया हैं। इनकी संस्कृति क्या है।"

पटना से रितीक की रिपोर्ट