N4N DESK : कहा जाता है कि शादी सात जन्मों का बंधन होता है। एक बार अगर किसी से यह बंधन जुड़ जाए तो वह जन्मों जन्म तक जुड़ा रहता हैं। लेकिन राजस्थान से एक ऐसा मामला सामने आया है। जहां शादी का बंधन बंधने से ही पहले ही टूट गया। कहते है की झूठ की नींव पर बनी रिश्तों की इमारत चाहे कितनी भी उंची क्यो न हो ? वो ज्यादा दिन नहीं चलती। एक न एक दिन उसे खत्म होना ही है। इस मामले में ठीक वैसा हुआ भी हैं। पूरा मामला राजस्थान के जयपुर का है। जहां एक व्यक्ति ने एक ऐसा फ्राड किया, जिसका खुलासा होते ही सभी लोग अचम्भित हो गए।
दरअसल एक लड़की के पिता को अपने बेटी के लिए सुयोग्य वर की तलाश थी। इसके लिए उन्होंने कई लोगों को इस बारे में बताया था। जिसके बाद उन्हें किसी परिचित ने सुनील कुमार के बारे में बताया था ।जिसके बाद सुनील के घर लड़की वाले रिशता लेकर पहुंचे। जहाँ उन्हे मालूम चला कि सुनील आईपीएस है। सुनील के सोशल मीडिया अकाउंट पर आईपीएस ट्रेनिंग सेंटर की कई तस्वीरें थी। इस दौरान सुनील ने बताया कि उसने तीन महीने कोटा में राजस्थान पुलिस में बतौर कॉन्स्टेबल काम किया था। उसके बाद उसका चयन इनकम टैक्स में हुआ और फिर वो अलवर में काम करने लगा। इसके बाद उसका चयन आईपीएस के तौर पर हो गया। जिसके देखकर लड़की पक्ष के लोगों को यह यकीन हो गया कि उनका होने वाला दामाद आईपीएस ऑफिसर है। जिसके बाद दोनों के परिजनों ने उनकी सगाई करवा दी है। हालाँकि सगाई के बाद कुछ ऐसा हुआ की लड़की के परिजनों के पाँव के नीचे से जमीन खिसक गयी।
सगाई के बाद सुनील ने अपने होनी वाली पत्नी के भाई और दोस्तों को घुमाने का ऑफर दिया। उसके ऑफर के बाद सभी लोग मसूरी घुमने गए भी। लेकिन इसी ट्रिप के दौरान घूमने गए लड़की पक्ष के लोगों को मालूम चला कि सुनील कोई आईपीएस नहीं है। मसूरी आईपीएस ट्रेनिंग सेंटर के बगल में उसकी किराने की दुकान है। वह किराना दुकान के सामान बेचने के बहाने ट्रेनिंग अकेडमी में जाकर वहां का फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड करता था। इस बात की जानकारी होते ही लड़की पक्ष के लोग दंग हो गए और वो सुनील के परिजनों को सगाई के समय दिया हुआ सामान वापस करने को कहा। लेकिन सुनील के परिजनों ने सामान वापस नहीं किया । जिसके बाद लड़की पक्ष के लोग इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुंचे।
रितिक की रिपोर्ट