रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में नर्सों की भारी कमी को देखते हुए 320 नर्सों की नियुक्ति का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। यह प्रस्ताव कार्मिक विभाग को भेजा गया है। विभाग से अनुमति मिलते ही नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। रिम्स प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि नियुक्ति का कार्य कर्मचारी चयन आयोग (SSC) को सौंपा जाएगा। इस भर्ती प्रक्रिया में सबसे पहले लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके बाद साक्षात्कार होगा और मेधा सूची तैयार की जाएगी। इसी सूची के आधार पर नियुक्ति की जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद इस प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।
रिम्स में नर्सों की भारी कमी से बढ़ी समस्या
रिम्स में नर्सों की भारी कमी लंबे समय से चुनौती बनी हुई है। वर्तमान में अस्पताल में आवश्यकता से 40% तक नर्सें कम हैं। इसका सीधा असर मरीजों की देखभाल पर पड़ रहा है। इंडियन नर्सिंग काउंसिल (INC) के मानकों के अनुसार, आईसीयू और अन्य महत्वपूर्ण वार्ड में हर मरीज के लिए एक नर्स होनी चाहिए। लेकिन फिलहाल रिम्स में दो से तीन नर्सें 35-40 मरीजों की देखभाल करने को मजबूर हैं। इस कमी के कारण रिम्स में नई चिकित्सा सेवाओं को शुरू करने में भी कठिनाइयां आ रही हैं। हालांकि, प्रबंधन ने हाल ही में अनुबंध के तहत 236 नर्सों की भर्ती की थी, लेकिन यह कदम भी अस्पताल की जरूरतों को पूरी तरह से पूरा नहीं कर सका।
भर्ती प्रक्रिया पर नजरें
320 नर्सों की नियुक्ति से अस्पताल को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। रिम्स प्रबंधन का कहना है कि यह प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ होगी। लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के जरिए मेरिट के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद
इस नई भर्ती के बाद रिम्स में मरीजों की देखभाल में सुधार होगा। नर्सों की पर्याप्त संख्या से न केवल वर्तमान सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि नई सुविधाओं को भी सुचारू रूप से शुरू किया जा सकेगा। 320 नर्सों की नियुक्ति रिम्स के लिए एक बड़ा कदम है। यह भर्ती अस्पताल में मौजूदा समस्याओं को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उम्मीद है कि विधानसभा चुनावों के बाद प्रक्रिया को तेजी से अंजाम दिया जाएगा