Vaibhav Suryavanshi: इंग्लैंड में आग उगल रहा वैभव सूर्यवंशी का बल्ला! ताबड़तोड़ तरीके से जड़ दिया महज 52 गेंदों पर शतक, तोड़ा पाकिस्तानी बल्लेबाज का रिकॉर्ड
Vaibhav Suryavanshi: अंडर-19 भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज में वैभव सूर्यवंशी ने 52 गेंदों में शतक जड़कर नया रिकॉर्ड बना दिया। विहान मल्होत्रा ने भी लगाई शानदार सेंचुरी।

Vaibhav Suryavanshi: भारत और इंग्लैंड की अंडर-19 टीमों के बीच खेले जा रहे चौथे वनडे मुकाबले में युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने इतिहास रच दिया। वैभव ने केवल 52 गेंदों में तूफानी शतक लगाकर न सिर्फ मैच का रुख मोड़ दिया, बल्कि एक बड़ा कीर्तिमान भी स्थापित कर दिया। उनकी यह पारी न केवल भारत के लिए अहम रही, बल्कि पूरी अंडर-19 क्रिकेट दुनिया को चौंकाने वाली थी।
वैभव की बल्लेबाज़ी में विस्फोटक स्ट्रोक्स, तेजी और संयम का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिला। उन्होंने 78 गेंदों में 143 रनों की पारी खेली, जिसमें 13 चौके और 10 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। यह पारी लंबे समय तक याद रखी जाएगी।
कामरान गुलाम का रिकॉर्ड टूटा
इस धमाकेदार पारी के साथ वैभव सूर्यवंशी ने पाकिस्तानी खिलाड़ी कामरान गुलाम का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। कामरान ने पहले अंडर-19 में 53 गेंदों में शतक जड़ा था, लेकिन अब वैभव ने 52 गेंदों में सेंचुरी लगाकर यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।यह एक ऐसा मुकाम है जो युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सकता है। वैभव अब अंडर-19 इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।
विहान मल्होत्रा की संयमित और क्लासिक पारी
जहां एक ओर वैभव ने आक्रमण का झंडा उठाया, वहीं दूसरी ओर विहान मल्होत्रा ने टेक्निक और टाइमिंग की मिसाल पेश की। उन्होंने 121 गेंदों में 129 रन की क्लासिक पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 15 चौके और 3 छक्के लगाए, जो यह दिखाता है कि उन्होंने क्रीज पर टिककर, समझदारी से रन बनाए।विहान और वैभव की यह साझेदारी भारत के स्कोर को मजबूत करने में बेहद निर्णायक रही। इन दोनों के दम पर भारत ने 43 ओवर में 6 विकेट पर 329 रन बना लिए।
बाकी बल्लेबाजों का योगदान और टीम की स्थिति
हालाँकि कप्तान आयुष म्हात्रे मात्र 5 रन बनाकर आउट हो गए और राहुल कुमार और हरवंश बिना खाता खोले लौट गए, लेकिन अभिज्ञान कुंदु ने 33 गेंदों में 23 रनों का योगदान देकर स्कोर को स्थिरता प्रदान की।विहान और वैभव की पारियों ने मिलकर टीम इंडिया को एक मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है और मैच के परिणाम को भारत के पक्ष में मोड़ने की नींव रख दी है।