Budweiser beer bottle: तेलंगाना के विकाराबाद जिले में एक घटना ने स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया पर व्यापक चिंता उत्पन्न कर दी है। एक बडवाइज़र बीयर की बोतल में छिपकली तैरती हुई मिलने का यह मामला, जो एक वायरल वीडियो के जरिए सामने आया, भारतीय खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता मानकों पर गंभीर सवाल उठाता है।
क्या है पूरी घटना?
फ्री प्रेस जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना में दो लोगों, लक्ष्मीकांत रेड्डी और अनंतय्या का नाम सामने आया है। दोनों ने धारूर की एक शराब की दुकान से लगभग ₹4,000 की शराब खरीदी थी। जब उन्होंने बडवाइज़र बीयर की बोतल खोली, तो उन्हें उसमें एक छिपकली तैरती हुई दिखाई दी। यह दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें व्यक्ति को बोतल को हिलाते हुए देखा जा सकता है, जिससे अंदर तैरती छिपकली स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।
ग्राहकों की प्रतिक्रिया और शिकायत
इस अप्रत्याशित और परेशान करने वाली घटना से चिंतित होकर दोनों ने स्थानीय अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, शराब की दुकान के मालिक ने इस घटना की जिम्मेदारी लेने से इनकार करते हुए दावा किया कि समस्या संभवतः बियर की भठ्ठी (ब्रेवरी) के स्तर पर उत्पन्न हुई होगी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, दोनों ग्राहकों ने अधिकारियों से इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बडवाइज़र की प्रतिक्रिया का इंतजार
इस घटना पर प्रतिक्रिया के लिए एचटी.com ने बडवाइज़र कंपनी से संपर्क किया है। अभी तक कंपनी की ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही इस पर आधिकारिक प्रतिक्रिया मिलेगी।
भारत में खाद्य सुरक्षा के अन्य हालिया मामले
यह मामला भारत में खाद्य सुरक्षा की स्थिति को लेकर एक बार फिर गंभीर चिंता उत्पन्न करता है। इससे पहले, दिल्ली में एक व्यक्ति अरयंश सिंह के साथ भी एक ऐसी ही घटना हुई थी, जब उन्होंने आईआरसीटीसी वीआईपी लाउंज में भोजन करते समय अपने रायते में एक जीवित कनखजूरा पाया। अरयंश ने इस अनुभव को सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें उन्होंने भारतीय रेलवे द्वारा परोसे जा रहे भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठाए।
खाद्य सुरक्षा पर उठते सवाल
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि भारत में खाद्य और पेय पदार्थों की गुणवत्ता और स्वच्छता मानकों में सुधार की जरूरत है। बडवाइज़र बीयर की बोतल में छिपकली मिलना और आईआरसीटीसी के भोजन में कनखजूरा मिलने जैसी घटनाएं उपभोक्ताओं की सुरक्षा के प्रति अधिकारियों की सतर्कता पर सवाल उठाती हैं।