लखनऊ: यूपी बोर्ड की परीक्षा के लिए योगी सरकार ने सुरक्षा और पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। इस बार, परीक्षा केंद्रों पर न केवल सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है, बल्कि परीक्षार्थियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखा गया है। परीक्षाएं 26 फरवरी, सोमवार से शुरू हो रही हैं और सुबह 8:30 बजे से शुरुआत होगी। परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्राओं का आना शुरू हो चुका है। वे अपने रोल नंबर के अनुसार निर्धारित कक्षाओं में पहुंच रहे हैं। इस वर्ष, विशेष रूप से परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा और अनुशासन पर अधिक ध्यान दिया गया है।
हाई स्कूल की परीक्षाएं 12 मार्च तक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 20 मार्च तक आयोजित की जाएंगी। पहले दिन की परीक्षा सुबह 8:30 से 11:45 बजे के बीच होगी, जिसमें हाई स्कूल की हिंदी व प्रारंभिक हिंदी और इंटरमीडिएट की सैन्य विज्ञान विषय की परीक्षा शामिल है। दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक हाई स्कूल की हेल्थकेयर और इंटरमीडिएट की हिंदी तथा सामान्य हिंदी की परीक्षा होगी। सुलतानपुर में परीक्षा के पहले दिन, परीक्षार्थी केंद्रों पर डेढ़ घंटे पहले से ही पहुंचने लगे थे। कादीपुर के बक्तावर बाबा शिक्षण संस्थान में परीक्षार्थियों ने अपनी अनुक्रमांक से परीक्षा कक्ष की जानकारी ली। छात्रों के अभिभावक उन्हें उत्तर लिखने के लिए शांत रहने और घबराने के बजाय आराम से परीक्षा देने की सलाह दे रहे थे।
इस बार यूपी बोर्ड ने परीक्षा में नकलविहीन और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए कड़ी सुरक्षा प्रबंध किए हैं। कुल 8,140 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसके साथ ही, यूपी बोर्ड परीक्षा पहली बार उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम-2024 के तहत आयोजित की जा रही है, जिसके तहत साल्वर गिरोह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर एक करोड़ रुपये तक का जुर्माना और आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है।
इस बार कुल 54,37,233 छात्र-छात्राएं परीक्षा में पंजीकृत हैं। हाई स्कूल में 27,32,216 और इंटरमीडिएट में 27,05,017 परीक्षार्थी हैं। हाई स्कूल में 14,49,736 छात्र और 12,82,458 छात्राएं हैं, जबकि इंटरमीडिएट में 14,58,983 छात्र और 12,46,024 छात्राएं पंजीकृत हैं। इसके अलावा, हाई स्कूल में 22 और इंटरमीडिएट में 10 ट्रांसजेंडर परीक्षार्थी भी हैं। परीक्षा केंद्रों के स्ट्रॉन्ग रूम की 24 घंटे ऑनलाइन निगरानी सीसीटीवी के माध्यम से की जा रही है। परीक्षा के दौरान छात्रों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न हो, इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने सभी जरूरी निर्देश जारी किए हैं।
इसके अतिरिक्त, परीक्षा केंद्रों के आसपास ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। रात 10 बजे के बाद डीजे बजाने की शिकायत मिलने पर पुलिस कार्रवाई करेगी। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे, और ध्वनि विस्तारक यंत्र भी जब्त कर लिए जाएंगे। इस दौरान, धारा 144 लागू की गई है, ताकि परीक्षा और त्योहारों के दौरान शांति बनी रहे। सभी परीक्षा केंद्रों को स्ट्रॉन्ग रूम से जोड़ा गया है, जहां प्रश्न पत्रों की निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही, उत्तर पुस्तिकाओं पर वाटरमार्क और क्यूआर कोड लगाए गए हैं, ताकि पेपर लीक जैसी घटनाओं को पूरी तरह रोका जा सके।