UP Politics: 9 अक्टूबर को विशाल रैली के बाद बसपा का 15 जनवरी को 'पावर शो', जानिए बसपा की क्या है तैयारी!

UP Politics: 9 अक्टूबर को विशाल रैली के बाद बसपा का 15 जनवरी

लखनऊ: बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर 9 अक्टूबर को हुई विशाल रैली के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अपने पक्ष में बने इस माहौल को विधानसभा चुनाव तक बनाए रखने की योजना बना रही है। इसके तहत पार्टी बूथ और सेक्टर कमिटियों को मजबूत करने के लिए पूरी ताकत के साथ जुटेगी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को राज्य स्तरीय बैठक में इसके संकेत दिए। साथ ही उन्होंने 15 जनवरी को एक और बड़ा आयोजन करने की तैयारी का संकेत भी दिया।


बूथ और सेक्टर कमिटियों को मजबूत करने का अभियान

पार्टी संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ में हुए आयोजन के लिए सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए मायावती ने नए अभियानों के लिए दिशा निर्देश दिए। इन निर्देशों के अनुसार, पार्टी ने 14 जनवरी तक प्रदेश भर में बूथ और सेक्टर कमिटियों का गठन पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। इसके बाद 15 जनवरी को बसपा सुप्रीमो का जन्मदिन 'जन कल्याणकारी दिवस' के रूप में मनाते हुए हर जिले में सभाएं कर पार्टी अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन करेगी।


कार्यकर्ता परिवार के साथ मनाएंगे जन्मदिन

बसपा सुप्रीमो मायावती का जन्मदिन इस बार पार्टी के सीधे कार्यकर्ताओं से जुड़ने के अभियान के रूप में मनाया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, हर कार्यकर्ता अपने परिवार के साथ रात में केक काटकर मायावती का जन्मदिन मनाएगा। इस अभियान के जरिए बसपा हर समर्थक के साथ उसके परिवार को भी जोड़ने का प्रयास करेगी। 15 जनवरी को यूपी के हर जिले में पार्टी द्वारा सभाओं का आयोजन किया जाएगा।


स्मारकों के रखरखाव पर जताया आभार

प्रदेश सरकार के प्रति आभार जताने को लेकर उठे विवाद पर मायावती ने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि बसपा ने स्मारकों के रखरखाव को बेहतर बनाने के लिए पत्र भेजा था। सरकार ने इसे मानते हुए स्मारकों से जमा होने वाला धन उनके मरम्मत में ही खर्च करने की अनुमति दी। मायावती ने सपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बसपा की यह राजनीतिक ईमानदारी विरोधी पार्टियों को पसंद नहीं आई।