लखनऊ: अंसल एपीआई के खिलाफ लखनऊ में एक और एफआईआर दर्ज की गई है, जो कंपनी की मुश्किलों को और बढ़ा रही है। इस बार आरोप एक पूर्व आईएएस अधिकारी के बेटे पर हैं, जिन्होंने कंपनी पर जमीन के नाम पर 3 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है। हजरतगंज पुलिस ने इस मामले में अंसल एपीआई के चेयरमैन प्रणव अंसल, मार्केटिंग हेड अभिषेक मिश्रा, और अन्य अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह मामला लखनऊ के महानगर सेक्टर ए निवासी और रिटायर्ड आईएएस के बेटे व्योम वार्ष्णेय से जुड़ा है, जो वीएम पीआर इंफ्रा डेवलपर्स नामक रियल एस्टेट कंपनी चलाते हैं। व्योम ने अपनी शिकायत में बताया कि दिवांश इंफ्रा एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड ने 2012 में सुशांत गोल्फ सिटी के सेक्टर जे में अंसल एपीआई से 1.93 लाख वर्ग फीट का प्लॉट खरीदा था और इसके लिए 3.21 करोड़ रुपये अंसल एपीआई को दिए थे। इसके बाद, 2022 में वीएम पीआर इंफ्रा डेवलपर्स ने अंसल एपीआई की सहमति से वही प्लॉट खरीद लिया।
आरोप है कि पूरी रकम अंसल एपीआई और दिवांश इंफ्रा एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को दे दी गई, लेकिन इसके बावजूद अंसल एपीआई ने प्लॉट का स्थानांतरण नहीं किया। इसके बाद, जब व्योम ने मामले की गहनता से जांच की, तो यह सामने आया कि अंसल एपीआई के पास इस जमीन की रजिस्ट्री ही नहीं थी।
इसके बाद, व्योम वार्ष्णेय ने हजरतगंज थाने में अंसल एपीआई के चेयरमैन प्रणव अंसल, धीरज गोयल, अध्यक्ष राजेश्वर राव और मार्केटिंग हेड अभिषेक मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए अंसल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में भी अंसल मामले पर कड़ी कार्रवाई की बात की थी, जो अब न्यायिक प्रक्रिया के रूप में सामने आई है। इस मामले की जांच जारी है, और यह अंसल एपीआई के लिए एक नई कानूनी चुनौती साबित हो सकती है।