UP NEWS: अगर आप भी पत्नी के नाम लेते है जमीन तो सावधान हो जाएं...गोरखपुर में युवक सऊदी में कमाकर पत्नी को बनाया लिपिक, फिर पत्नी ने छोड़ा साथ

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से एक भावनात्मक और पीड़ादायक मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने वर्षों तक खाड़ी देश सऊदी अरब में मेहनत कर पत्नी को पढ़ाया, नौकरी दिलाई, यहां तक कि पत्नी के नाम पर जमीन भी खरीदी, लेकिन जब वह सरकारी नौकरी में लगी तो उसने अपने पति को ही छोड़ दिया और अब किसी अन्य युवक के साथ रहने लगी है। इस घटना ने न सिर्फ पति को मानसिक आघात पहुंचाया, बल्कि उसके परिवार की भी सामाजिक स्थिति को झकझोर दिया है।
सऊदी में कमाया, पत्नी को पढ़ाया, जमीन दिलाई
यह पूरा मामला पिपराइच थाना क्षेत्र से जुड़ा है, जहां एक पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उसने बताया कि वह कई वर्षों तक सऊदी अरब में नौकरी करता रहा और हर महीने अपनी पत्नी को पैसे भेजता रहा, ताकि वह पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बन सके। इन पैसों से वह न सिर्फ अपने बेटे और घर का खर्च चलाता रहा, बल्कि पत्नी की पढ़ाई और फिर नौकरी तक का रास्ता भी तैयार किया। साथ ही, कुछ बचत कर पत्नी के नाम पर ज़मीन भी खरीदी।
नौकरी लगते ही बदला व्यवहार, पति को छोड़कर चली गई
पति की मेहनत रंग लाई और पत्नी की नियुक्ति एक सरकारी विभाग में लिपिक पद पर हो गई। लेकिन नौकरी लगने के बाद पत्नी के व्यवहार में बदलाव आ गया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि इसी दौरान पत्नी का एक अन्य युवक से प्रेम संबंध बन गया। जब वह खुद सऊदी से लौटकर गांव आया और एक छोटी सी किराना दुकान खोली, तब तक सब कुछ बदल चुका था। पत्नी ने उसे छोड़ दिया, ज़मीन बेच दी और अब तलाक की अर्जी भी दे दी है।
सास-ससुर से मारपीट का भी आरोप
इतना ही नहीं, पति का यह भी आरोप है कि एक दिन उसकी पत्नी दुकान पर आई और सास-ससुर से मारपीट की। अब मामला पुलिस के पास है और पीड़ित पति ने न्याय की गुहार लगाई है। एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच सीओ चौरीचौरा को सौंपी है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
गोलाघाट में भी सामने आया था ऐसा ही मामला: पत्नी को नर्सिंग कराकर पति को दिया धोखा
इससे पहले, गोला थाना क्षेत्र में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जिसने लोगों को झकझोर कर रख दिया था। 24 मई को एक युवक अपनी पत्नी की बेवफाई से आहत होकर मोबाइल टावर पर चढ़ गया था। युवक का आरोप था कि उसने खेत बेचकर अपनी पत्नी को गोरखपुर में नर्सिंग की पढ़ाई कराई। फिर नीट की कोचिंग और रेलवे की परीक्षा दिलाई। हालांकि जब सफलता नहीं मिली, तो पत्नी ने एक निजी अस्पताल में नौकरी कर ली और गोरखपुर में किराए पर रहने लगी।
अयोध्या से लौटते ही टूटा पति का भरोसा
पीड़ित ने बताया कि एक सप्ताह पहले वह श्रीरामलला के दर्शन के लिए अयोध्या गया था। जब वह देर रात गोरखपुर लौटा और पत्नी के क्वार्टर पर पहुंचा, तो बाहर से ताला लगा था। मकान मालिक की मदद से ताला खुलवाया गया और जब वह कमरे में घुसा तो वहां उसकी पत्नी एक अन्य युवक के साथ आपत्तिजनक स्थिति में मिली। जब उसने सवाल किया, तो पत्नी ने कोई जवाब नहीं दिया और अब वही युवक के साथ रहने लगी है।
सवाल उठता है — क्या भरोसे की बुनियाद कमजोर पड़ती जा रही है?
इन दोनों मामलों में एक ही बात सामने आती है — भरोसे के बदले धोखा। सवाल यह भी है कि क्या किसी का त्याग और संघर्ष इस तरह व्यर्थ चला जाएगा? क्या कानून ऐसे मामलों में पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने में सक्षम है? इन मामलों में न सिर्फ वैवाहिक रिश्ते टूटे हैं, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर भी एक बड़ा आघात देखने को मिला है। अब देखना यह होगा कि पुलिस की जांच और कानूनी प्रक्रिया इन पीड़ित पुरुषों को कितना न्याय दिला पाती है।