Crime news - ऑपरेशन सिंदूर के बाद घर लौटे जवान को गांव में बदमाशों ने बनाया बंधक, खंभे से बांधकर की लाठी-डंडे से पिटाई
Crime news - टोलकर्मियों ने गुंडई की सारी हदें पार करते हुए सेना के एक जवान को न केवल बंधक बनाया बल्कि खंभे से बांधकर बेरहमी से लाठी-डंडों से पीटा

N4N Desk - उत्तर प्रदेश के मेरठ-करनाल हाईवे पर स्थित भूनी टोल प्लाजा पर एक शर्मनाक घटना सामने आई है। यहाँ टोलकर्मियों ने गुंडई की सारी हदें पार करते हुए सेना के एक जवान को न केवल बंधक बनाया बल्कि खंभे से बांधकर बेरहमी से लाठी-डंडों से पीटा। यह पूरी घटना टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आईडी कार्ड दिखाने पर भड़के टोलकर्मी
यह घटना रविवार रात की है। सरूरपुर केगांव गोटका के रहने वाले सेना के जवान कपिल, जो श्रीनगर में तैनात हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद छुट्टी मिलने पर कपिल कांवड़ यात्रा के लिए गांव आए हुए थे। सोमवार को उन्हें श्रीनगर में ड्यूटी पर अपनी बटालियन में आमद करानी थी। छुट्टी के बाद अपनी ड्यूटी पर वापस लौट रहे थे। दिल्ली से सुबह 5 बजे उनकी फ्लाइट थी, जिसके लिए वह अपने चचेरे भाई शिवम के साथ कार से दिल्ली एयरपोर्ट जा रहे थे। जब वह भूनी टोल प्लाजा पर पहुँचे, तो उन्होंने टोल से छूट पाने के लिए अपना सेना का आईकार्ड दिखाया। आरोप है कि टोलकर्मियों ने बूम खोलने के बजाय उनका आईकार्ड और मोबाइल छीन लिया।
बंधक बनाकर की बर्बर पिटाई
जब जवान कपिल ने इसका विरोध किया, तो टोलकर्मियों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। बचाव में आए उनके चचेरे भाई शिवम को भी बुरी तरह पीटा गया। टोलकर्मियों की गुंडई यहीं नहीं रुकी। उन्होंने जवान कपिल को टोल नाके के खंभे से बांध दिया और कई टोलकर्मी मिलकर उन्हें बेरहमी से पीटते रहे। जवान के कपड़े तक फट गए। यह बर्बर पिटाई तब तक जारी रही जब तक कि दोनों बेहोश होने की कगार पर नहीं पहुँच गए।
ग्रामीणों का हंगामा, पुलिस ने की गिरफ्तारी
घटना की जानकारी मिलते ही गांव गोटका से बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुँचे, जिन्हें देखकर आरोपी टोलकर्मी फरार हो गए। ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जोरदार हंगामा किया। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुँची और ग्रामीणों को शांत कराया। एसएसपी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चार टोलकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना ने टोल प्लाजा पर सुरक्षा और टोलकर्मियों के व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।