bribe arrest - एंटी करप्शन का बड़ा एक्शन: शीशम पेड़ के परमिट के नाम पर घूस लेते रेंजर और वन दरोगा गिरफ्तार

bribe arrest - वन विभाग कार्यालय में शुक्रवार को एंटी करप्शन टीम ने छापा मारकर वन रेंजर और वन दरोगा को घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। शीशम के पेड़ों का परसीमन (कटान परमिट) जारी करने की एवज में यह रिश्वत मांगी गई थी।

bribe arrest -  एंटी करप्शन का बड़ा एक्शन: शीशम पेड़ के परमि

N4N Desk - भ्रष्टाचार के खिलाफ उत्तर प्रदेश में विजिलेंस टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। दक्षिण रेंज लुधौरी के वन विभाग कार्यालय में शुक्रवार को एंटी करप्शन टीम ने छापा मारकर वन रेंजर और वन दरोगा को घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। शीशम के पेड़ों का परसीमन (कटान परमिट) जारी करने की एवज में यह रिश्वत मांगी गई थी। टीम ने दोनों अधिकारियों को हिरासत में ले लिया और बरामद नकदी के साथ अपने कब्जे में ले लिया। इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया और डर के मारे आसपास के कई कार्यालयों के दरवाजे बंद हो गए।

50 हजार की मांग, 40 हजार में तय हुआ था सौदा

 तहसील क्षेत्र के पृथीपुरवा (मझगई थाना) निवासी किसान पूरन लाल, पुत्र डल्ला ने आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी निजी भूमि पर लगे शीशम के पेड़ों के कटान के लिए आवेदन किया था। इस परमिट को जारी करने के बदले लुधौरी रेंज के रेंजर गजेंद्र सिंह यादव ने उनसे 50 हजार रुपये की मांग की थी। किसान द्वारा काफी विनती करने के बाद मामला 40 हजार रुपये में तय हुआ था। वन दरोगा राजेंद्र प्रसाद वर्मा ने रेंजर से बात करके इस डील को पक्का किया था।

शुक्रवार को जाल बिछाकर दबोचा गया

रिश्वत की मांग से परेशान किसान पूरन लाल ने इसकी शिकायत विजिलेंस टीम से कर दी थी। तय योजना के मुताबिक, शुक्रवार की दोपहर किसान घूस की रकम लेकर कार्यालय पहुंचा। जैसे ही लेनदेन की प्रक्रिया शुरू हुई और किसान ने अधिकारियों से बातचीत की, पहले से घात लगाए बैठी एंटी करप्शन टीम ने मौके पर धावा बोल दिया। टीम ने वन दरोगा राजेंद्र वर्मा और रेंजर गजेंद्र सिंह को तत्काल अपने कब्जे में ले लिया।

रकम छिपाने पर भड़के विजिलेंस के अफसर

 छापेमारी के दौरान दफ्तर में हाई वोल्टेज ड्रामा भी देखने को मिला। टीम ने जब रेंजर और दरोगा को पकड़ा, तो वन दरोगा ने घूस की रकम को छिपाने की कोशिश की। इस हरकत पर विजिलेंस के अफसर भड़क उठे और उन्होंने सख्ती से पूछताछ शुरू कर दी। अधिकारियों के आनाकानी करने और बात बिगड़ती देख टीम ने उन्हें तुरंत गाड़ी में बैठा लिया। कार्रवाई इतनी गुप्त थी कि इसकी भनक स्थानीय पुलिस तक को नहीं लगी।

पुलिस को खबर नहीं, आरोपियों को ले गई टीम

 निघासन कोतवाली के निरीक्षक महेश चंद ने बताया कि एंटी करप्शन टीम ने स्थानीय पुलिस को इस छापेमारी की कोई पूर्व जानकारी नहीं दी थी और न ही उनके थाने में किसान ने कोई शिकायत दर्ज कराई थी। बताया जा रहा है कि विजिलेंस टीम पकड़े गए रेंजर और वन दरोगा को पूछताछ और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए जिला मुख्यालय से सीधे लखनऊ लेकर रवाना हो गई है।