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UP NEWS: अयोध्या का रहने वाला आतंकी फरीदाबाद से गिरफ्तार, हथियार देख सन्न रह गई STF

UP NEWS: अयोध्या का रहने वाला आतंकी फरीदाबाद से गिरफ्तार, हथियार देख सन्न रह गई STF

अयोध्या: रामनगरी अयोध्या के मिल्कीपुर का रहने वाला अब्दुल रहमान आतंकी संगठन आईएस (इस्लामिक स्टेट) के हैदराबाद माड्यूल से जुड़ा हुआ था। सूत्रों के मुताबिक, आईएस के हैंडलर अबू सूफियान ने अब्दुल रहमान को राम मंदिर पर हमला करने के लिए उकसाया था। इसके अलावा, अब्दुल रहमान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर युवाओं को डमी हथियारों के माध्यम से प्रशिक्षण देने का काम भी कर रहा था, जिसके कारण वह अबू सूफियान की नजरों में आया।


फरीदाबाद से गिरफ्तारी और छापेमारी

अब्दुल रहमान को हरियाणा और गुजरात पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और यूपी एटीएस ने उसके घर पर छापा मारा। इस छापे में कई डमी हथियार बरामद हुए, जिनमें राकेट लांचर, एके-47 राइफल, पिस्टल, हैंडग्रेनेड और अन्य अस्तबल उपकरण शामिल थे। इसके अलावा, आईएस का झंडा और आतंकी साहित्य भी बरामद हुआ, जिससे उसकी आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता का खुलासा हुआ।


सोशल मीडिया पर सक्रियता और गिरफ्तारी

अब्दुल रहमान सोशल मीडिया पर आतंकी विचारधारा से जुड़े वीडियो पोस्ट कर रहा था, जिसके बाद गुजरात पुलिस ने उस पर नजर रखना शुरू किया था। जैसे ही वह 4 मार्च को फरीदाबाद पहुंचा, एजेंसियां सक्रिय हो गईं और उसे गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के अनुसार, गुजरात पुलिस को आशंका थी कि अब्दुल रहमान दिल्ली में आतंकी हमले की साजिश रच सकता है, जिसके चलते उसे तुरंत गिरफ्तार किया गया।


पुछताछ और जांच की प्रक्रिया

फरीदाबाद में अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद, एटीएस की एक टीम उसे पूछताछ के लिए ले गई। एटीएस की टीम ने अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर उसकी विस्तृत पूछताछ की। एडीजी एटीएस, नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि पूछताछ के दौरान महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई हैं और आतंकवादियों के नेटवर्क की पहचान के लिए आगे की जांच जारी है।


अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत में आतंकी गतिविधियों को फैलाने की साजिशें चल रही थीं। सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई और जांच की कड़ी सतर्कता से बड़े आतंकी हमलों को रोका जा सका है। इस घटना से यह भी साबित होता है कि सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल कैसे आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दे सकता है, और इसे रोकने के लिए अधिक सतर्कता और निगरानी की आवश्यकता है।

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