UP weather: राजधानी में मूसलाधार बारिश से शहर की हालत हुई बदतर, घरों में पंप लगाकर निकाला जा रहा पानी

लखनऊ: लखनऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में मॉनसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है। लगातार दो दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने शहर को तरबतर कर दिया है। रविवार को भी सुबह से ही रिमझिम बारिश का सिलसिला जारी रहा। कहीं-कहीं तेज बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं।
लखनऊ में तापमान में गिरावट
अमौसी एयरपोर्ट पर दिन के 9 घंटे में 34.7 मिमी और मलिहाबाद में 61.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश के चलते अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.8 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस रहा। दिन और रात के तापमान में महज 1.3 डिग्री का अंतर देखा गया।
अगले 36 घंटे भारी बारिश के संकेत
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मॉनसून ट्रफ लखनऊ से होकर गुजर रही है। साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में ऊपरी हवा में बने चक्रवाती सिस्टम के कारण अगले 36 घंटों तक भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। 6 अगस्त तक मौसम इसी तरह रहने की संभावना है।
प्रदेश के कई जिलों में अच्छी बारिश
सिद्धार्थनगर में 96 मिमी, फुर्सतगंज में 70.1 मिमी, बरेली में 66.6 मिमी और कौशांबी में 65.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। पूरे प्रदेश में औसतन 365.1 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य औसत 380.4 मिमी से केवल 4% कम है। हालांकि लखनऊ में अब भी 21% कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
शहर के कई हिस्सों में जलभराव
लगातार हो रही बारिश ने लखनऊ के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी है। पॉश कॉलोनियों में भी घरों तक पानी घुस गया। गोमतीनगर के विक्रांत खंड में जलभराव से नगर निगम को पंप लगाकर जलनिकासी करनी पड़ी।
सीवर और नालियां चोक, ट्रैफिक जाम
सुलतानपुर रोड और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सीवर जाम और जलभराव के कारण ट्रैफिक भी प्रभावित हुआ। कई जगहों पर पेड़ गिरने की भी सूचना मिली, जिससे बिजली आपूर्ति में समस्या आई। नगर निगम कंट्रोल रूम को दोपहर तक कुल 113 शिकायतें मिलीं जिनमें सीवर चोक, जलभराव और पेड़ गिरने की घटनाएं शामिल थीं।
नगर निगम की सक्रियता
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने टीमों को 24x7 अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। जेट पंप लगाकर पानी निकालने का काम कई इलाकों में जारी रहा, जिनमें होटल ताज रोड, इस्माइलगंज, आलमबाग और फैजुल्लागंज शामिल हैं। उद्यान विभाग की टीमों ने शहर के 12 स्थानों से गिरे पेड़ हटाए।
पुराने शहर की गलियों में भरा पानी
चौक, डालीगंज, ठाकुरगंज, हुसैनाबाद, मूंगफली मंडी जैसी पुरानी बस्तियों की गलियों में भी पानी भर गया है। वहीं इंदिरानगर, आशियाना, तेलीबाग, कृष्णा नगर, कमता और तकरोही जैसे इलाकों में भी जलभराव की समस्या बनी रही।
सड़क धंसने से बनी नई मुसीबत
इंदिरानगर सेक्टर-22 के मीना मार्केट में टेलीकॉम कंपनी की केबल बिछाने के दौरान सड़क धंस गई, जिससे वहां जलभराव की स्थिति बन गई। स्थानीय लोगों के अनुसार केबल निकालने वाली मशीन के कारण गड्ढे बन गए हैं। इस पर जोनल अधिकारी ने मरम्मत का आदेश दिया है।