UP weather: यूपी में मूसलधार बारिश का अलर्ट, मानसून का रौद्र रूप देख लोगों ने जोड़ लिए हाथ कहा अब बस करो 'इंद्रदेव'

UP weather: यूपी में मूसलधार बारिश का अलर्ट, मानसून का रौद्र

लखनऊ (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटों में आसमान से बारिश का कहर जमकर बरसा है। रविवार सुबह 8:30 बजे तक राज्य के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में मूसलधार बारिश दर्ज की गई, जिससे मौसम तो सुहावना हो गया, लेकिन शहरों में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई जगहों पर जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और ट्रैफिक घंटों जाम रहा।


पूर्वांचल में भारी बारिश, भदोही में सबसे ज़्यादा

प्रदेश में सबसे ज़्यादा बारिश पूर्वांचल के जिलों में देखने को मिली। भदोही में 117 मिमी बारिश हुई, जो पूरे राज्य में सबसे अधिक दर्ज की गई। इसके अलावा लखीमपुर खीरी में 115.8 मिमी, चित्रकूट में 115 मिमी, प्रतापगढ़ में 110 मिमी, सोनभद्र में 93 मिमी और वाराणसी में 87.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई। राजधानी लखनऊ में भी 40.4 मिमी बारिश हुई, जिससे शहर के कई इलाकों में पानी भर गया। सड़कों पर कीचड़ और जलभराव के चलते स्कूल जाने वाले बच्चों और ऑफिस जाने वालों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। विशेष रूप से निचले इलाकों में पानी भरने से आवागमन लगभग ठप हो गया।


पश्चिमी यूपी भी नहीं रहा अछूता, सड़कों पर फैला पानी

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश का असर साफ देखने को मिला. अलीगढ़ में 100 मिमी, मथुरा में 76 मिमी, हाथरस में 65 मिमी, फिरोजाबाद में 62.4 मिमी, बदायूं में 44 मिमी, एटा में 40 मिमी, और झांसी में 35.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इन जिलों में भी बारिश के कारण सड़कों पर पानी और कीचड़ फैल गया, जिससे वाहन चालकों और राहगीरों को बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ा।


मौसम विभाग का अलर्ट: अगले 48 घंटे और बरसेंगे बादल

भारतीय मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों के लिए अगले 48 घंटों का अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बन रहे सिस्टम और मानसून ट्रफ लाइन की सक्रियता की वजह से उत्तर प्रदेश के पूर्वी और तराई वाले जिलों में भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। बारिश की यह लहर खासकर गोरखपुर, बलिया, देवरिया, बहराइच, सिद्धार्थनगर, और लखीमपुर जैसे जिलों में अधिक असर दिखा सकती है। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और निचले इलाकों से दूर रहने की अपील की है।


किसानों के लिए राहत, लेकिन शहरों की खुली पोल

जहां एक ओर यह मूसलधार बारिश किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है, वहीं शहरों की अव्यवस्थित जलनिकासी व्यवस्था फिर से सवालों के घेरे में है। बारिश से खरीफ की फसल, विशेषकर धान की बुवाई के लिए बेहद अनुकूल स्थिति बन गई है। लंबे समय से बारिश का इंतज़ार कर रहे किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। लेकिन शहरी इलाकों में बारिश ने एक बार फिर से साफ कर दिया कि जलनिकासी और सीवर सिस्टम अब भी पर्याप्त नहीं है। लखनऊ, अलीगढ़, मथुरा और वाराणसी जैसे शहरों में नालों का ओवरफ्लो, सीवर जाम और ट्रैफिक ठहराव से लोग बेहाल हो गए।


स्थिति पर नजर बनाए हुए है प्रशासन

प्रशासन की ओर से जलभराव वाले इलाकों में पंपिंग सेट लगाए गए हैं और सफाईकर्मियों की टीमें तैनात की गई हैं। हालांकि, लगातार बारिश और धीमी निकासी के चलते समस्या अभी भी बनी हुई है। जनपद स्तर पर आपदा नियंत्रण टीमें अलर्ट पर हैं और नगर निगम के अधिकारी निरीक्षण में जुटे हैं।