लखनऊ: राजधानी लखनऊ में 1 जनवरी को हुई खौफनाक हत्याकांड की परतें धीरे-धीरे खुलने लगी है। एक सरफेयर युवक ने लखनऊ के होटल में अपने पूरे परिवार की हत्या कर दी थी हालांकि हत्या के बाद अरशद वही रहा जिसकी वजह से पुलिस को भी उसके इरादों पर शक नहीं हुआ उसने तरह-तरह की साजिश रची किसी को भनक तक लगे नहीं दी अपना वीडियो बनाया वायरल किया लेकिन अब अरशद के इरादों का खुलासा हो गया है।
परिवार को भ्रम में रखकर रची साजिश
अरशद ने 30 दिसंबर को अपने पिता, मां और चार बहनों के साथ लखनऊ के चारबाग स्थित एक होटल में ठहरने की योजना बनाई। अगले दिन, 31 दिसंबर को, वह सभी को खम्मन पीर मजार लेकर गया। यहां परिवार ने चादर चढ़ाई और अरशद ने तस्वीरें भी खींची। परिवार के साथ कुछ समय मजार पर बिताने के बाद वे होटल लौट आए। 31 दिसंबर की रात अरशद और उसके पिता बदरूद्दीन ने मिलकर चार बहनों और मां को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद अरशद ने एक वीडियो बनाया, जिसमें उसने बस्ती के लोगों पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया।
पुलिस को होटल के सीसीटीवी कैमरों में बदर और उसके परिजन दिखे हैं। इन फुटेज को कब्जे में लेकर आरोपियों की हर गतिविधि का ब्योरा तैयार किया जा रहा है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि आरोपियों को लखनऊ के प्रमुख स्थलों की जानकारी कैसे मिली। स्टेशन रोड पर सीसीटीवी कैमरों की कमी के चलते पुलिस को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन नाका पुलिस और सर्विलांस टीम ने 100 से अधिक कैमरों की जांच कर कई सुराग जुटाए हैं।
हत्या का असली वजह संपत्ति विवाद
जांच में सामने आया है कि अरशद और उसके पिता बदरूद्दीन के बीच संपत्ति और वसीयत को लेकर विवाद था। बदरूद्दीन ने एक साल पहले जमीन बेचकर मकान बनवाया और उसे अपनी बेटियों के नाम कर दिया। जब अरशद को इस बारे में पता चला, तो उसने अपने पिता को छत से उल्टा लटका दिया और बुरी तरह पीटा। इस घटना के बाद से अरशद ने अपने परिवार पर अत्याचार बढ़ा दिए। मां और बहनों के साथ दुर्व्यवहार करना उसकी आदत बन गई थी। वसीयत को लेकर बढ़ते गुस्से ने आखिरकार उसे अपने ही परिवार की हत्या करने पर मजबूर कर दिया। इस घटना ने आगरा और लखनऊ दोनों जगहों पर लोगों को झकझोर दिया। आगरा में जैसे ही इस हत्याकांड की खबर फैली, अरशद के घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई। पड़ोसियों का कहना है कि अरशद ने जमीन और वसीयत के विवाद के चलते ही अपनी मां और बहनों की जान ली।