DESK - नाबालिग बच्चों को लेकर पिछले कुछ महीने से हैरान करनेवाली खबरें आई हैं। स्कूलों में बच्चे पिस्टल लेकर पहुंच जाते हैं तो वहीं अब बच्चे किडनैपिंग भी करने लगे हैं। यूपी के मेरठ में ऐसी ही घटना हुई है। यहां 13 और 11 साल के दो बच्चों ने कारोबारी के दस साल के बेटे का अपहरण कर लिया और उसे बोरे में बंद कर दिया। इस दौरान बच्चा बेहोश हो गया। तो दोनों आरोपी बच्चों ने उसे मरा हुआ समझ लिया और फिर उसे पास के श्मशान के पास फेंद दिया। जब बोरे से हलचल शुरू हुई तो पूरा मामला सामने आया। जिसके बाद दोनों बच्चों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना लिसाड़ी गेट के समर गार्डन कॉलोनी में रहनेवाले व्यापारी जमालुद्दीन से जुड़ी हुई है। जिनके 10 साल के बेटे का दो दिन पहले घर के पास से ही अपहरण कर लिया गया था। उसके बाद से ही उमर की तलाश की जा रही थी। इसके बाद बोरे में बंद हालत में उमर घर से कुछ ही दूरी पर सोहेल गार्डन के श्मशान की जगह पर पड़ा मिला था।
पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जमालुद्दीन के एक मकान में ताहिर नाम का व्यक्ति परिवार के साथ रहता है। उमर दो दिन पहले ताहिर की दुकान पर किराये का तकादा करने पहुंचा था। दुकान पर ताहिर के 13 साल और 11 साल के दोनों बेटे मौजूद थे। उमर ने दोनों भाइयों से तकादा किया और किराया मांगा।
दोनों बच्चों ने गला दबाया, मरा समझकर फेंका
इस पर दोनों भाइयों ने मिलकर उमर को दुकान में अंदर खींच लिया और उसका गला दबा दिया। उमर बेहोश हो गया। उमर को मरा समझकर दुकान में ही रखे एक बोरे में बांधकर दोनों भाइयों ने स्कूटी पर रख लिया और सोहेल गार्डन के पास श्मशान की जमीन पर फेंक आए।
कुछ देर बाद बच्चे को होश आ गया। आसपास के लोगों ने बोरे को हिलता देखा तो उसे खोला। अंदर बच्चे को देख सनसनी मच गई। बच्चे के परिवार के साथ ही पुलिस को इसकी जानकारी दी गई।
सीसीटीवी से सामने आ गया सच
पुलिस ने जांच शुरू की तो सीसीटीवी फुटेज भी मिला। इसमें स्कूटी पर दोनों किशोर बोरे को लेकर जाते दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने दोनों किशोरों को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश करने के बाद बाल संप्रेक्षण गृह भेजा है।