LUCKNOW - यूपी की राजधानी लखनऊ में शनिवार को पुलिस को चार बच्चों के अपहरण की सूचना मिली। जिसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया। सूचना के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी और घटना स्थल के सीसीटीवी की जांच शुरू कर दी। लेकिन इस घटना के कुछ घंटे बाद जब सच्चाई सामने आई तो पुलिसवालों का माथा पकड़ लिया।
मामले में बताया गया कि विभवखंड एक निवासी आशाराम का 11 वर्षीय बेटा गुल्लू दोस्त विष्णु 10, भाई ब्रह्मा 9 और अब्दुल रहमान 7 दोपहर करीब एक बजे विभूतिखंड में मंत्री आवास के पास टहल रहे थे। इसी दौरान एक बाइक उन बच्चों को पास रूकी। बाइक सवार ने बच्चों से कुछ बात की, जिसके बाद सभी बच्चे बाइक पर बैठकर चले गए। इस पूरी घटना को वहां मौजूद एक दुकानदार ने देख लिया। उसे लगा कि बच्चों को बहलाफुसला कर अपहरण किया गया है। उसने पुलिस को सूचित कर दिया।
राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड में शनिवार सुबह बाइक सवार ने चार बच्चों को अगवा कर लिया। घटना से वहां हड़कंप मच गया। पुलिस घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुट गई।
सूचना मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल की जांच पड़ताल की। इंस्पेक्टर विभूतिखंड सुनील कुमार सिंह के मुताबिक दुकानदार से पूछताछ की। फुटेज भी देखे। इस दौरान पांच से छह घंटे गुजर गए। बच्चों के बारे में पता नहीं चला।
तीन बजे बच्चे पहुंचे घर
लगभग तीन बजे के करीब सभी बच्चे सही सलामत घर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि उन्हें अगवा नहीं किया गया था। बल्कि वह लिफ्ट मांगकर घूमने गए थे। अब पार्क में घूमने के बाद वापस लौट आए हैं। बात सुनकर लोगों ने अपना माथा पकड़ लिया।