Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक ऐतिहासिक मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसक घटना लगातार जारी है। यह घटना नवंबर 2024 में हुई थी और इसने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा था। इस घटना में मारने वालों की संख्या चार हो गई है। संभल में अब तक इंटरनेट सेवा बंद है। आज यानी सोमवार को तहसील क्षेत्र के सभी स्कूलों को बंद रखा गया है। वहीं पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं। पुलिस भीड़ को शांत कराने की कोशिश में लगी हुई है। हालांकि पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई बार सख्त कदम जैसे आंसू गैस के गोले छोड़ना और लाठीचार्ज भी कर रही है।
क्यों भड़की हिंसा
दरअसल, संभल की एक ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद को लेकर विवाद था कि यह मूल रूप से एक मंदिर थी। इस विवाद के निपटारे के लिए अदालत ने मस्जिद का सर्वे करने का आदेश दिया था। जब सर्वे टीम मस्जिद में पहुंची तो स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया और हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिए। हिंसा में कई लोग घायल हुए और तीन लोगों की मौत भी हो गई। आक्रोशित लोगों ने पुलिस की गाड़ियों को आग लगा दी गई और कई संपत्तियों को नुकसान पहुंचा।
कई पुलिसकर्मी हुए घायल
इस दौरान एसपी के पीआरओ, सीओ और कोतवाल समेत दर्जनभर पुलिसकर्मी घायल हो गए। उधर, बार-बार समझाने के बाद भी भीड़ के शांत न होने पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पहले आंसू गैस के गोले छोड़े और फिर लाठीचार्ज कर दिया। करीब ढाई घंटे चली हिंसा के दौरान भीड़ में शामिल तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि गंभीर रूप से घायल एक और व्यक्ति ने देर रात दम तोड़ दिया।
21 लोग पुलिस हिरासत में
वहीं कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एक और घायल की हालत गंभीर बनी है। पुलिस ने दो महिलाओं समेत 21 लोगों को हिरासत में लिया है। उधर, जामा मस्जिद के बाहर बवाल के दौरान ही पुलिस ने भारी सुरक्षा के बीच सर्वे टीम को जैसे-तैसे सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिस ने बवाल के बाद एक-एक कर 21 उपद्रवियों को पकड़कर कोतवाली भेजा। मरने वालों की पहचान कोट गर्वी निवासी नईम, सरायतरीन निवासी बिलाल और हयातनगर निवासी नुमान के रूप में हुई है। वहीं घायल अयान ने भी देर रात दम तोड़ दिया। गंभीर रूप से घायल कांस्टेबल आशीष वर्मा का मेरठ में उपचार चल रहा है।
बाहरी लोगों का प्रवेश बंद निषेध
संभल बवाल में शासन ने वहां की पुलिस, प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। अपर मुख्य सचिव गृह, डीजीपी से जानकारी ली गई है। संभल में भारतीय न्याय संहिता की धारा-163 लागू कर दी गई है। 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दिया गया है। वहीं तहसील क्षेत्र के स्कूलों को आज बंद रखने के निर्देश दिए हैं। हिंसा में चार लोगों की मौत के बाद पुलिस-प्रशासन हाई अलर्ट पर है प्रशासन ने एहतियातन आज कई कदम उठाए हैं। इसमें इंटरनेट और 12 वीं तक के स्कूल-कॉलेज बंद करने के अलावा बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाना भी शामिल है। इसके साथ ही एक दिसम्बर तक बाहर व्यक्तियों, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों के संभल में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन ने अति संवदेनशील स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया है।