Bangladesh interim government: बांग्लादेश में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार, जो शेख हसीना की कट्टर विरोधी मानी जाती है, अवामी लीग पर चुनावों से पहले प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है। इस कदम से बांग्लादेश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी, अवामी लीग, चुनावों से बाहर हो सकती है।
यूनुस सरकार ने शेख हसीना के खिलाफ 100 से अधिक मुकदमे दर्ज किए हैं, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि सरकार अवामी लीग को सत्ता से दूर रखने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। इससे बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और जमात ए इस्लामी को चुनावों में लाभ मिलने की संभावना है।
अंतरिम सरकार का रुख
अंतरिम सरकार के सलाहकार महफूज आलम ने चांदपुर के हाजीगंज बाजार में कहा कि अवामी लीग को चुनाव में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने अवामी लीग को "फासीवादी" और "बांग्लादेश विरोधी" पार्टी बताया। महफूज आलम ने स्पष्ट किया कि चुनाव केवल बांग्लादेश समर्थक समूहों के बीच ही होंगे और इन चुनावों से एक निष्पक्ष और न्यायपूर्ण सरकार की स्थापना की जाएगी।
न्यायपूर्ण और गैर-भेदभावपूर्ण चुनावी प्रक्रिया का वादा
महफूज आलम ने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार बांग्लादेश के लोगों के लिए एक न्यायपूर्ण और गैर-भेदभावपूर्ण व्यवस्था बनाएगी। उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार की प्राथमिकताओं में हत्यारों को सजा दिलाना, अपहरण और बलात्कार के मामलों में न्याय सुनिश्चित करना, और सभी बांग्लादेश समर्थक राजनीतिक दलों की भागीदारी के साथ निष्पक्ष चुनाव कराना शामिल है। उनका दावा है कि पिछले 16 वर्षों में यह हासिल नहीं किया जा सका था, लेकिन अब यह संभव हो सकेगा।
बांग्लादेश के राजनीतिक भविष्य
बांग्लादेश के राजनीतिक भविष्य में बड़ा बदलाव आने की संभावना है, क्योंकि अंतरिम सरकार ने शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को चुनाव से बाहर रखने की तैयारी कर ली है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावों में कौन सी पार्टी सत्ता में आती है और बांग्लादेश के राजनीतिक परिदृश्य में किस तरह का बदलाव होता है।