Lighthouse: यहां बनेगा विश्व का सातवां सबसे ऊंचा लाइटहाउस, इतने की लागत में होगी निर्माण, जानिए इसकी खासियत

Lighthouse: भारत में विश्व का सातवां सबसे ऊंचा लाइटहाउस बनाया जाएगा। 4500 करोड़ रुपये की लागत से इस कॉम्प्लेक्स का निर्माण होगा जो भारत की प्राचीन समुद्री शक्ति और समृद्धि का प्रतीक माना जा रहा है।

seventh tallest lighthouse
seventh tallest lighthouse- फोटो : social media

Lighthouse: स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के बाद अब गुजरात में एक और ऐतिहासिक संरचना बनने जा रही है। अहमदाबाद जिले के लोथल में तैयार हो रहे नेशनल मैरिटाइम हेरिटेज कॉम्प्लेक्स (NMHC) में 77 मीटर ऊंचा लाइट हाउस म्यूजियम बनाया जा रहा है। यह दुनिया का सातवां सबसे ऊंचा लाइट हाउस होगा। इसमें 65 मीटर की ऊंचाई पर पर्यटकों के लिए ओपन गैलरी भी बनाई जाएगी।

4500 करोड़ रुपए की लागत से होगा निर्माण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 सितंबर को अपने गुजरात दौरे के दौरान इस परियोजना की प्रगति की समीक्षा किया। पीएम मोदी के ‘विकास भी, विरासत भी’ के संकल्प के तहत 4500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह कॉम्प्लेक्स भारत की प्राचीन समुद्री शक्ति और समृद्धि का प्रतीक माना जा रहा है।

सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ा लोथल

लोथल सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख व्यापारिक केंद्रों में से एक रहा है। करीब पांच हजार वर्ष पूर्व यहां न सिर्फ समुद्री व्यापार होता था, बल्कि जहाजों की मरम्मत भी की जाती थी। इसी समृद्ध इतिहास को आधुनिक तकनीक के साथ पुनर्जीवित करने के लिए यह कॉम्प्लेक्स विकसित किया जा रहा है।

पर्यटन का बड़ा आकर्षण बनेगा कॉम्प्लेक्स

एनएमएचसी में इतिहास, शिक्षा, शोध और मनोरंजन का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। इसमें चार थीम पार्क, मेमोरियल थीम पार्क, मैरिटाइम और नेवी थीम पार्क, क्लाइमेट थीम पार्क और एडवेंचर एंड एम्यूजमेंट थीम पार्क बनाए जाएंगे। इसके अलावा, 14 गैलरियां हड़प्पा काल से लेकर आज तक की भारत की समुद्री विरासत को प्रदर्शित करेंगी। वहीं, ‘कोस्टल स्टेट्स पवेलियन’ में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की समुद्री परंपरा और संस्कृति को दिखाया जाएगा।

दुनिया के सबसे ऊंचे लाइट हाउस से तुलना

वर्तमान में दुनिया का सबसे ऊंचा लाइट हाउस सऊदी अरब के जेद्दा में है, जिसकी ऊंचाई 133 मीटर है। लोथल का यह लाइट हाउस भले उससे छोटा होगा, लेकिन भारत में समुद्री इतिहास और धरोहर के संरक्षण की दिशा में यह एक अहम कदम साबित होगा।