Bihar Teacher News: बिहार में सक्षमता परीक्षा पास इन शिक्षकों को योगदान से रखा गया वंचित, मचा हड़कंप, सामने आई बड़ी वजह
Bihar Teacher News: बिहार में सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों को उनकी योगदान से वंचित रखा गया है। जिससे शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। शिक्षक विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। उनमें निराशा के साथ साथ इस बात का डर भी है कि उन्हें इस माह का वेतन नहीं मिलेगा।
Bihar Teacher News: बिहार के भागलपुर में बड़ी संख्या में सक्षमता पास शारीरिक शिक्षकों को 7 जनवरी के बाद भी विभिन्न विद्यालयों में योगदान का अवसर नहीं दिया गया है। जबकि विभागीय दिशा-निर्देश के अनुसार, इन शिक्षकों को एक सप्ताह का समय देकर योगदान सुनिश्चित किया जाना था। शिक्षा विभाग के निर्देशों में स्पष्ट कहा गया था कि शिक्षकों का योगदान लिया जाएगा, लेकिन राज्य सरकार ने अब तक इस मामले में कोई निर्णय नहीं लिया है।
असमंजस की बनी हुई है स्थिति
शिक्षकों में इस स्थिति को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उनका कहना है कि उन्हें यह भी नहीं पता कि इस महीने का वेतन मिलेगा या नहीं। कई अन्य समस्याएं भी उनके सामने हैं। शिक्षा विभाग लगातार तिथि आगे बढ़ा रहा है, जिससे जिले के शारीरिक शिक्षकों में निराशा बढ़ रही है। सक्षमता प्रमाणपत्र मिलने के बाद भी वे नौकरी की निश्चितता को लेकर विभाग के चक्कर काट रहे हैं।
स्कूलों में योगदान से रोका गया
कक्षा 6 से 8 के लिए विषय कोड 407 के तहत सक्षमता परीक्षा पास कर चुके शारीरिक शिक्षकों को योगदान से वंचित किया गया है। जब ये शिक्षक विद्यालय में योगदान के लिए पहुंचे तो उन्हें विद्यालय प्रधान (एचएम) ने बताया कि वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार शारीरिक शिक्षकों का योगदान फिलहाल नहीं लिया जा रहा है।
शिक्षकों की मांग
योगदान से वंचित शिक्षकों में मध्य विद्यालय नंदलालपुर, कहलगांव के मनीष राज, मध्य विद्यालय सौर, कहलगांव के प्रेमशंकर कुमार, मध्य विद्यालय खैरपुर, खरीक के वरुण कुमार, मध्य विद्यालय भवानीपुर, नारायणपुर के ललन कुमार, मध्य विद्यालय खवासपुर, पीरपैंती के अनोज कुमार और अरुण कुमार, तथा मध्य विद्यालय महुआडीह, पीरपैंती के रंजीत कुमार शामिल हैं। इन शिक्षकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर शीघ्र योगदान कराने की मांग की है।
बेसिक ग्रेड के कारण रोका गया योगदान
जिला शिक्षा कार्यालय के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) देवनारायण पंडित ने बताया कि सभी शारीरिक शिक्षक बेसिक ग्रेड के तहत नियुक्त किए गए थे, लेकिन अब उनका ग्रेड स्नातक हो चुका है। इसके लिए उन्हें योगदान देने से वंचित रखा गया है। विभाग के आदेश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।