Flight cancelled: बहाल होने के 12 घंटों बाद फिर उड़ानों पर लगा ब्रेक, इस कारण कई शहरों की फ्लाइट्स कैंसिल, पटना के आसमान पर भी मंडराता खतरा

Flight cancelled: इंडिगो और एयर इंडिया ने कई शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी है।...

बहाल होने के 12 घंटों बाद फिर उड़ानों पर लगा ब्रेक- फोटो : social media

Flight cancelled:भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव और सफल 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद अब इसका असर उत्तरी और पश्चिमी भारत की हवाई यात्रा पर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। देश की प्रमुख एयरलाइंस इंडिगो और एयर इंडिया ने मंगलवार, 13 मई 2025 को जम्मू, श्रीनगर, अमृतसर, चंडीगढ़, लेह, राजकोट और अन्य संवेदनशील सीमावर्ती शहरों के लिए अपनी सभी उड़ानें तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं। यह चौंकाने वाला फैसला सांबा सेक्टर में पाकिस्तानी ड्रोन्स की संदिग्ध गतिविधियों और बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर लिया गया है, जबकि 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा भी हो चुकी है।

उड़ानों पर लगा ब्रेक: यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें!

इंडिगो का बड़ा फैसला: इंडिगो एयरलाइन ने एक आधिकारिक ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए 13 मई 2025 के लिए जम्मू, अमृतसर, चंडीगढ़, लेह, श्रीनगर और राजकोट से आने और जाने वाली सभी उड़ानों को तत्काल रद्द कर दिया है। एयरलाइन ने अपने बयान में कहा, "हाल के घटनाक्रमों को ध्यान में रखते हुए और यात्रियों की सुरक्षा को हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हुए, हमने इन शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द करने का कठिन निर्णय लिया है।" इंडिगो ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे हवाई अड्डे के लिए रवाना होने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति आधिकारिक वेबसाइट www.goindigo.in या इंडिगो ऐप पर अवश्य जांच लें।एयर इंडिया भी पीछे नहीं: राष्ट्रीय विमान सेवा एयर इंडिया ने भी सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जम्मू, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट के लिए दोनों तरफ की सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है। एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, "हमारे यात्रियों की सुरक्षा हमारी पहली चिंता है। इसलिए, 13 मई के लिए इन शहरों की सभी उड़ानें तत्काल प्रभाव से रद्द की जाती हैं। हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और जल्द ही अगला अपडेट जारी करेंगे।" एयर इंडिया ने भी यात्रियों को अपनी उड़ान की स्थिति www.airindia.in पर जांचने की सलाह दी है।

अन्य एयरलाइंस भी प्रभावित: इंडिगो और एयर इंडिया के अलावा, स्पाइसजेट और अकासा एयर जैसी अन्य प्रमुख एयरलाइंस ने भी श्रीनगर, जम्मू और अमृतसर के लिए अपनी कुछ उड़ानों को रद्द करने का फैसला किया है। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने भी अमृतसर और श्रीनगर की उड़ानों पर संभावित प्रभाव की जानकारी दी है।सांबा में ड्रोन की संदिग्ध हरकत: 12 मई 2025 की रात जम्मू के सांबा सेक्टर में पाकिस्तानी ड्रोन्स की संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अमृतसर और चंडीगढ़ जैसे संवेदनशील शहरों में ब्लैकआउट लागू कर दिया। भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने इन ड्रोन्स को रोकने की पुरजोर कोशिश की, जिससे सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा चिंताएं काफी बढ़ गईं हैं।

'ऑपरेशन सिंदूर' का असर अभी भी जारी: 7 मई 2025 को भारत द्वारा शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया था। इस सैन्य कार्रवाई के बाद सुरक्षा कारणों से 9 मई को देश के 32 हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था।सीजफायर के बावजूद तनाव बरकरार: 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा के बाद, 12 मई को इन 32 हवाई अड्डों को फिर से खोलने का निर्णय लिया गया था। हालांकि, सीमा पर यूरी, कुपवाड़ा, तंगधार और करनाह जैसे संवेदनशील सेक्टरों में पाकिस्तानी सेना द्वारा लगातार सीजफायर का उल्लंघन और संदिग्ध ड्रोन गतिविधियों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति को एक बार फिर तनावपूर्ण बना दिया है।

इंडिगो और एयर इंडिया द्वारा रद्द की गई उड़ानों से मुख्य रूप से निम्नलिखित शहरों के यात्री प्रभावित हुए हैं:

जम्मू (IXJ)

श्रीनगर (SXR)

अमृतसर (ATQ)

चंडीगढ़ (IXC)

लेह (IXL)

राजकोट (RAJ)

एयर इंडिया ने इसके अतिरिक्त जोधपुर (JDH), भुज (BHJ) और जामनगर (JGA) के लिए भी अपनी उड़ानें रद्द की हैं।इंडिगो एयरलाइन ने अपने प्रभावित यात्रियों को राहत देते हुए यह विकल्प दिया है कि वे बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अगली उपलब्ध उड़ान में अपनी टिकट को री-बुक कर सकते हैं। अन्य एयरलाइंस द्वारा यात्रियों के लिए उपलब्ध विकल्पों के बारे में अभी विस्तृत जानकारी आनी बाकी है।भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का यह सीधा असर हवाई यात्रा पर पड़ने से यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। सुरक्षा एजेंसियों और एयरलाइंस की प्राथमिकता निश्चित रूप से यात्रियों की सुरक्षा है, लेकिन इस अप्रत्याशित व्यवधान से हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि सीमा पर स्थिति कब सामान्य होती है और हवाई सेवाएं कब फिर से सुचारू रूप से शुरू हो पाती हैं।