Ahmedabad air india crash: अहमदाबाद एअर इंडिया विमान हादसे में हुए चौंकाने वाले खुलासे!महज 6 सालों के भीतर हुए थे ये बड़े बदलाव, बावजूद दुर्घटना का हुआ शिकार

Ahmedabad air india crash: अहमदाबाद में 12 जून 2025 को दुर्घटनाग्रस्त एअर इंडिया ड्रीमलाइनर विमान को लेकर AAIB की जांच में Throttle Control Module का दो बार बदला जाना सामने आया है।

अहमदाबाद एअर इंडिया विमान हादसा- फोटो : social media

Ahmedabad air india crash: अहमदाबाद में 12 जून 2025 को दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर VT-ANB विमान को लेकर Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) की शुरुआती जांच रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, विमान में लगे Throttle Control Module (TCM) को पिछले छह वर्षों में दो बार बदला गया था पहली बार: 2019 में और दूसरी बार: 2023 में यह बदलाव बोइंग कंपनी द्वारा जारी तकनीकी निर्देश के बाद किए गए थे।

क्या है Throttle Control Module (TCM)?

Throttle Control Module (TCM) विमान के इंजन संचालन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें फ्यूल कंट्रोल स्विच, थ्रॉटल पोजिशनिंग सिस्टम और इंजन थ्रस्ट नियंत्रण शामिल होते हैं। हादसे के समय, रिपोर्ट के मुताबिक फ्यूल कंट्रोल स्विच अचानक 'Run' से 'Cutoff' में चले गए थे, जिससे दोनों इंजन बंद हो गए।TCM का सही से काम न करना किसी भी विमान के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर सकता है।विशेषज्ञों के अनुसार TCM में छोटी सी गड़बड़ी भी उड़ान के दौरान इंजन फेल्योर का कारण बन सकती है।"

AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु

TCM दो बार बदला गया था: 2019 और 2023 में।फ्यूल कंट्रोल स्विच के काम में TCM के सीधे संबंध का कोई प्रमाण नहीं, लेकिन फ्यूल कंट्रोल स्विच अचानक बंद होना अब भी मुख्य जांच का विषय है।रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्यूल कंट्रोल स्विच का अचानक बंद होना कोई सामान्य घटना नहीं है और इसकी गहराई से जांच की जा रही है।”

ALPAI ने उठाए जांच पर सवाल

एअर इंडिया विमान हादसे के मामले में एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ALPAI) ने जांच प्रक्रिया को लेकर आपत्ति जताई है।ALPAI के अनुसार जांच का रुख शुरुआत से ही पायलट की गलती की ओर झुका नजर आ रहा है।तकनीकी पहलुओं की गहराई से पड़ताल जरूरी है।किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले निष्पक्ष और तथ्यों पर आधारित जांच होनी चाहिए।ALPAI ने कहा कि यह जरूरी है कि पायलटों पर बिना उचित जांच के आरोप न लगाए जाएं। तकनीकी सिस्टम भी गहराई से जांचे जाएं।

बोइंग के निर्देश पर TCM में बदलाव: क्या है इसका महत्व?

बोइंग ने 2019 में एयरलाइनों को एक निर्देश जारी कर TCM में सुधार करने या बदलने को कहा था। इसका मकसद इंजन संचालन को और सुरक्षित बनाना था।एअर इंडिया ने निर्देश का पालन करते हुए दोनों बार TCM बदला।

लेकिन सवाल यह उठता है कि अगर TCM में बदलाव के बाद भी ऐसी गड़बड़ी हुई तो क्या बदलाव सही तरीके से हुआ था?क्या इसके रखरखाव में कोई लापरवाही हुई थी?इन सवालों के जवाब अभी AAIB की अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही मिल पाएंगे।