Ahmedabad plane crash: अहमदाबाद विमान हादसे 2025 की जांच रिपोर्ट में सामने आया चौंकाने वाला खुलासा! पता चली ऐसी बात की जांचकर्ता भी हो गए हैरान
Ahmedabad plane crash: अहमदाबाद विमान हादसा 2025 की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में सामने आया कि टेकऑफ के तुरंत बाद दोनों इंजन बंद हो गए थे। जानें पायलट के अंतिम संवाद और तकनीकी जांच के महत्वपूर्ण बिंदु।
Ahmedabad plane crash: अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही जिस तरह बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर 12 जून 2025 को दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उस पर अब पहली बार औपचारिक रूप से प्रकाश डाला गया है। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने शनिवार देर रात जारी की गई 15 पन्नों की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि टेकऑफ के चंद सेकंड बाद दोनों इंजन अचानक बंद हो गए थे।
विशेषज्ञों के अनुसार, टेकऑफ के दौरान दोनों इंजनों का एक साथ बंद होना बहुत ही दुर्लभ और असामान्य स्थिति है। पायलटों के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से प्राप्त संवाद में यह भी सामने आया कि इंजन बंद होने के ठीक पहले एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि तुमने ईंधन क्यों काटा?" जवाब में दूसरा पायलट कहता है, "मैंने ऐसा नहीं किया।" यह स्पष्ट करता है कि यह कोई मानवीय भूल नहीं बल्कि तकनीकी विफलता या सिस्टम ग्लिच हो सकता है।
यह संवाद भारतीय समयानुसार 13:38:42 पर दर्ज हुआ जब दोनों इंजनों के फ्यूल कटऑफ स्विच ‘Run’ से ‘Cutoff’ हो गए।जब पायलटों ने स्थिति को भांपा, उन्होंने तत्काल दोनों इंजनों को फिर से चालू करने की कोशिश की।इंजन नंबर 1 के फ्यूल स्विच को 13:38:52 पर ‘Run’ पर लाया गया।इंजन नंबर 2 का स्विच 13:38:56 पर सक्रिय हुआ।
इन प्रयासों के दौरान EGT (Exhaust Gas Temperature) में वृद्धि दर्ज हुई, जो इंजन स्टार्ट होने का संकेत देता है। लेकिन रिपोर्ट के अनुसार, इंजन 2 स्थिर नहीं हो सका जबकि इंजन 1 में भी रिकवरी अधूरी रह गई। दोनों इंजनों के N2 वैल्यू यानी कोर रोटर स्पीड मानक सीमा से नीचे गिर गई थी, जिससे दोनों को फिर से पूरी तरह स्टार्ट करना असंभव हो गया। फिर, 13:39:11 पर विमान जमीन से टकरा गया।
इंजन और फ्लाइट रिकॉर्डर की जांच
AAIB की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों इंजन दुर्घटनास्थल से बरामद किए गए हैं और उन्हें अहमदाबाद एयरपोर्ट के एक सुरक्षित हैंगर में क्वारंटीन किया गया है।फ्लाइट रिकॉर्डर (EAFR) का पिछला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त मिला। उसे पारंपरिक तरीकों से डाउनलोड करना संभव नहीं रहा, इसलिए विशेष तकनीकों का सहारा लिया जाएगा।विमान के अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों और मलबे की विस्तृत जांच अभी जारी है, जिससे इंजन बंद होने के असली कारणों का पता चल सके।
हादसे में 260 लोगों की मौत
यह विमान हादसा भारत के विमानन इतिहास में सबसे भीषण साबित हुआ।241 यात्री और क्रू मेंबर्स की मौत हुई।19 लोग जमीन पर मौजूद थे, जिनकी भी जान गई।केवल एक यात्री जीवित बचा, जिसे चमत्कारिक रूप से बचावकर्मी बाहर निकालने में सफल रहे।घटना के बाद बी जे मेडिकल कॉलेज का छात्रावास परिसर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ, जहां विमान गिरा था।
जांच में कौन-कौन शामिल?
रिपोर्ट के अनुसार, जांच में शामिल रहे पायलटों के इंटरव्यू
इंजीनियरिंग और मेंटनेंस रिकॉर्ड्स
एविएशन साइकोलॉजिस्ट्स की रिपोर्ट
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की जांच
इंजन निर्माण कंपनी के विशेषज्ञ
इस प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी स्पष्ट किया है कि अंतिम रिपोर्ट विस्तृत जांच के बाद जारी की जाएगी।