Sant Premanand Maharaj Mathura - मथुरा में स्वामी प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा पर अनिश्चितकाल के लिए लगी रोक, हजारों भक्तों में निराशा
Sant Premanand Maharaj Mathura- मथुरा में स्वामी प्रेमानंद की रात्रि पदयात्रा के रूट में परिवर्तन किया गया है। शनिवार को स्वामी नए रुट से होकर केली कुंज पहुंचे। बताया जा रहा है स्वामी ने नए रूट से जाने का फैसला ग्रीन सोसाइटी के विरोध के बाद लिया है।
N4N DESK - मथुरा में स्वामी प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दिया गया है। माना जा रहा है कि यह फैसला यहां ग्रीन सोसाइटी के लोगों के विरोध के कारण लिया गया है। वहीं इस निर्णय से उन हजारों भक्तों में निराशा है, जो स्वामी के पैदल यात्रा के दौरान उनके दर्शन के लिए रात में एकत्रित होते हैं।
आध्यात्मिक गुरू के लिए बदला गया रूट
इससे पहले शनिवार को महाराज अपनी ऑडी कार से श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी से निकले और प्रेम मंदिर के सामने से होते हुए रमण रेती पुलिस चौकी के रास्ते केली कुंज आश्रम पहुंचे। हालांकि इस नए रूट से उनकी यात्रा की दूरी करीब आधा किलोमीटर बढ़ गई है।
ग्रीन सोसाइटी के लोगों ने की थी शिकायत
भक्तों के बीच चर्चा है कि इस बदलाव के पीछे NRI ग्रीन सोसाइटी के कुछ निवासियों का विरोध भी एक वजह हो सकता है. कुछ दिन पहले सोसाइटी की महिलाओं ने रात के समय बढ़ती भीड़ और शोर-शराबे को लेकर प्रशासन से शिकायत की थी। हालांकि, सोसाइटी के अध्यक्ष आशु शर्मा ने स्पष्ट किया कि वे महाराज के विरोधी नहीं हैं, बल्कि केवल रात के शोरगुल से होने वाली परेशानी को लेकर आपत्ति जताई थी
किडनी की समस्या को बताया गया कारण
आश्रम प्रबंधन ने पदयात्रा रोकने के पीछे महाराज के स्वास्थ्य को कारण बताया है। करीब 20 साल से किडनी की समस्या से जूझ रहे संत प्रेमानंद महाराज को अब हफ्ते में चार से पांच बार डायलिसिस करानी पड़ रही है। पहले यह हफ्ते में तीन बार होती थी। ऐसे में फिलहाल उनके लिए पदयात्रा करना संभव नहीं है। आश्रम प्रबंधन का कहना है कि महाराज स्वस्थ होने के बाद फिर से पदयात्रा शुरू करेंगे, तब तक भक्तों को धैर्य रखना होगा।
रोजाना आते हैं 20 हजार भक्त
रोजाना 20 हजार से ज्यादा भक्त महाराज के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। वीकेंड पर यह संख्या लाखों में पहुंच जाती है. महाराज की कार को देखकर भक्तों ने सड़क पर झुककर उन्हें प्रणाम किया