Bihar Banka: बांका में बड़ा ठगी कांड! व्यवसायी बने शिकार, बिलिंग सॉफ्टवेयर के नाम पर लाखों रुपये का लगाया चूना

Bihar Banka: बिहार के बांका में बिलिंग सॉफ्टवेयर के नाम पर व्यवसायियों से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। गोड्डा पुलिस ने मुख्य आरोपी विक्रम कुमार को गिरफ्तार किया है।

व्यवसायियों से लाख रुपये की धोखाधड़ी- फोटो : social media

Bihar Banka: बिहार के बांका जिले में कारोबारियों को ठगने का एक बड़ा मामला उजागर हुआ है। टाउन थाना क्षेत्र के कई व्यवसायियों ने आरोप लगाया है कि एक युवक ने बिलिंग सॉफ्टवेयर और डिजिटल सुविधाओं का लालच देकर उनसे लाखों रुपये वसूल लिए। शुरुआती जांच में सिर्फ बांका जिले में करीब 25 लाख रुपये की ठगी की बात सामने आई है, जबकि देवघर और गोड्डा को मिलाकर यह रकम लगभग तीन करोड़ रुपये तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।

इस मामले का मुख्य आरोपी विक्रम कुमार बताया जा रहा है, जो बांका जिले के बौंसी थाना क्षेत्र स्थित दलिया गांव का रहने वाला है। झारखंड के गोड्डा जिले की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। जैसे ही गिरफ्तारी की सूचना मिली, बांका के कई पीड़ित कारोबारी गोड्डा पहुंच गए और आरोपी के खिलाफ अपनी शिकायतें दर्ज कराईं। उधर, बांका टाउन थाना में भी स्थानीय व्यवसायियों ने लिखित आवेदन देकर धोखाधड़ी की शिकायत की है। पुलिस का कहना है कि आरोपी के पूरे नेटवर्क, लेन-देन और ठगी की कुल राशि की गहन जांच की जा रही है।

पीड़ितों का बयान

पीड़ितों के अनुसार, विक्रम कुमार पहले देवघर में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को ठगता था। बाद में उसने अपना तरीका बदल लिया और बांका आकर खुद को सॉफ्टवेयर कंपनी से जुड़ा बताया। उसने कारोबारियों को ऐसा बिलिंग सॉफ्टवेयर देने का दावा किया, जिसका लाइफटाइम लाइसेंस होगा और जिसमें फ्री एसएमएस, फ्री व्हाट्सएप मैसेजिंग और फ्री वेबसाइट जैसी सुविधाएं मिलेंगी। इन्हीं वादों में आकर कई दुकानदारों ने उसे पैसे दे दिए।

बिजनेसमैन हुए बड़े धोखे का शिकार

व्यवसायियों का कहना है कि सॉफ्टवेयर न तो ठीक से काम करता था और न ही वादा की गई सुविधाएं कभी मिलीं। जब लोगों ने अपनी रकम वापस मांगनी शुरू की तो आरोपी ने चेक दिए, जो बाद में बैंक में बाउंस हो गए। इससे पीड़ितों को यह एहसास हुआ कि वे एक बड़े धोखे का शिकार हो चुके हैं। एक पीड़ित कारोबारी ने बताया कि साल 2018 में उससे लाइफटाइम लाइसेंस के नाम पर 16 हजार रुपये लिए गए थे। इसके बाद बार-बार अपडेट और तकनीकी सुधार का बहाना बनाकर करीब 50 हजार रुपये और वसूले गए। इसी तरह कई अन्य दुकानदारों से भी अलग-अलग बहानों से पैसा और सामान लिया गया।

दो वर्षों में लगातार हो रही थी धोखाधड़ी

जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने पिछले दो वर्षों में लगातार धोखाधड़ी की। कुछ दुकानों से उसने नकद रकम ली, तो कहीं मोबाइल फोन और अन्य सामान हड़प लिए। अलग-अलग कारोबारियों से ली गई राशि लाखों रुपये में बताई जा रही है।इस पूरे मामले पर बांका के पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने कहा है कि आरोपी को रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जाएगी, ताकि ठगी के पूरे नेटवर्क और अन्य संभावित आरोपियों का पता लगाया जा सके। वहीं टाउन थाना प्रभारी जीबू कुमार ने बताया कि शिकायतें दर्ज कर ली गई हैं और जांच पूरी होने के बाद आरोपी के खिलाफ कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।