Bihar News:चुनाव से पहले 1 करोड़ रोजगार देने का सीएम ने किया ऐलान, 50 लाख का टारगेट पार करने का किया दावा, विपक्ष के हर मुद्दे की हवा निकाल रहे नीतीश
Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनावी मंच से बड़ा वादा करते हुए कहा कि आने वाले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया जाएगा। ...
Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनावी मंच से बड़ा वादा करते हुए कहा कि आने वाले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि पिछला वादा 20 लाख नौकरी और रोजगार पूरी तरह निभाया जा चुका है। उनके मुताबिक अब तक 10 लाख से अधिक सरकारी नौकरी और 39 लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। चुनाव से पहले यह आंकड़ा 50 लाख को पार कर जाएगा।
नीतीश कुमार बेतिया के रमना मैदान स्थित ऑडिटोरियम और पूर्वी चंपारण के बंजरिया प्रखंड के चैलाहा में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने केंद्र सरकार के सहयोग से बिहार में विकास की रफ्तार तेज होने का दावा किया और कहा कि “देश की प्रगति में बिहार भी अपना अहम योगदान देगा।”
कार्यक्रम में उन्होंने पश्चिम चंपारण को 1198 करोड़ की 337 योजनाओं और पूर्वी चंपारण को 628 करोड़ की 311 योजनाओं की सौगात दी। साथ ही बताया कि 430 नई योजनाओं को भी मंजूरी दी गई है, जिन पर 50 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। उनका कहना था कि “जहां भी कमी होगी, उसे पूरा किया जाएगा और विकास कार्यों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।”
सीएम ने अपने पुराने फैसलों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पंचायत और नगर निकायों में 50% आरक्षण के चलते भारी संख्या में महिलाएं निर्वाचित हुईं। 2013 में सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण लागू किया गया, जिसके कारण आज बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या देश में सबसे अधिक है।
महिलाओं की आर्थिक भागीदारी पर नीतीश ने कहा कि 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर जीविका परियोजना शुरू की गई थी। आज राज्य में 1.40 करोड़ जीविका दीदियां और शहरी क्षेत्रों में 3.85 लाख समूह सक्रिय हैं। उनके लोन पर ब्याज दर को भी 10% से घटाकर 7% कर दिया गया है।
नीतीश ने 2005 से पहले के दौर की बदहाली को याद दिलाते हुए कहा कि उस समय शाम के बाद लोग घरों से निकलने से डरते थे। “हिंदू-मुस्लिम झगड़े आम थे। हमने कब्रिस्तान और मंदिरों की घेराबंदी कराई, जिससे विवाद खत्म हो गए। शिक्षा क्षेत्र में भी बड़े कदम उठाए। पहले नियोजित शिक्षकों की बहाली की और अब तक 5.20 लाख शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है।”