बिहार की अनोखी होली : लोगों ने पेड़ों की पूजा कर लगाया रंग गुलाल, पर्यावरण की सरंक्षण का लिया संकल्प

HOLI 2025 : बिहार के इस गाँव में लोगों ने अनोखी होली खेली, लोगों ने पेड़ पौधों को रंग गुलाल लगाया और पर्यावरण सरंक्षण का संकल्प लिया, कहा की पेड़ हैं तो हम सब हैं.....पढ़िए आगे

बिहार की अनोखी होली : लोगों ने पेड़ों की पूजा कर लगाया रंग गुलाल, पर्यावरण की सरंक्षण का लिया संकल्प
अनोखी होली - फोटो : ASHISH

BETTIAH : देशभर में आज रंगोत्सव के पर्व होली का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। होली पर सभी लोग अपनों को रंग गुलाल लगाकर पर्व की खुशियां मना रहे हैं। वहीं बिहार के बगहा में पर्यावरण प्रेमियों ने होली को अनोखे तरीके से मनाकर मिसाल क़ायम किया है। बगहा 2 प्रखंड के बरवल पीपरा गाँव में पारम्परिक तरीके से पेड़-पौधों के साथ होली खेलकर लोगों ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाया है। छोटे से इस गाँव के लोगों का कहना है कि पेड़-पौधे हैं, तभी हम औऱ आप हैं। वृक्षों की वजह से ही हम खुली हवाओं में सांस ले पा रहे हैं। लिहाजा पिछले दो दशक से पीपरा में आईपीएस विकास वैभव चौराहा पर वृक्षों के साथ न केवल होली बल्कि दिवाली औऱ रक्षाबंधन का त्यौहार बड़े हीं धूमधाम से मनाते आ रहें ग्रामीणों नें नजीर पेश किया है। 

ख़ास बात यह है की पेड़ों के साथ अनोखी होली में अब गाँव ज्वार सरकार औऱ वन विभाग भी गजेंद्र के इस सराहनीय कदम की तारीफ़ क़र रहा है । दिल के मरीज पर्यावरण प्रेमी गजेंद्र यादव के नेतृत्व में बच्चे, नौजवान और बुजुर्गों ढ़ोल-नगाड़ा के साथ बगहा के पिपरा गावं स्थित आईपीएस विकास वैभव चौराहा पर पहुंचे, जहां सबसे पहले पेड़-पौधों की पूजा की गईं। वहीं पेड़-पौधों को अबीर, गुलाल लगाकर, उनसे गले मिले और उनके प्रति आभार जताया। ग्रामीणों का मानना है कि पेड़ पौधे हैं, तभी सभी लोग जीवित हैं। इस दौरान सभी ने पेड़ पौधों के संरक्षण का संकल्प औऱ शपथ भी लिए। पेड़-पौधों के साथ धूमधाम से होली मनाकर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। 

दरअसल दिल के मरीज पर्यावरण प्रेमी गजेंद्र यादव करीब दो दशक से पेड़ पौधों के साथ सभी पर्व त्यौहार मनाते चले आ रहे हैं। आजीवन विवाह नहीं करने का प्रण लिए गजेंद्र नें अब तक दस लाख के करीब वृक्ष लगाकर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में मिसाल क़ायम किया है। यहीं वज़ह है की हर वर्ष होली के दिन इन्हीं पेड़ों को अबीर गुलाल लगाते हैं तो दीवाली के दिन यहां दीप जलाकर और रक्षाबंधन पर्व के दिन इन पेड़ों को राखी बांधकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाता है। गजेंद्र के इस मुहीम की स्थानीय लोग भी सराहना करते इनके कदमताल हैं लिहाजा पंचायत की मुखिया सकीना खातून से लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसके क़ायल हैं। तभी तो गजेंद्र को गाँव से लेकर राजधानी पटना तक सम्मानित किया जा चूका है। बता दें की बरवल पिपरा गाँव निवासी गजेंद्र यादव पिछले बीस वर्षों में दस लाख से अधिक वृक्षों को लगाकर कीर्तिमान स्थापित किया है तभी तो गजेंद्र को पंचायत से लेकर सूबे की सरकार ने सम्मानित भी किया है। ग्रामीणों के पर्यावरण संरक्षण की मुहीम अब रंग ला रही है। जिस तरह मां अपने बेटे को प्यार करती है, वैसे ही गजेंद्र इन पेड़-पौधों से प्यार करते हैं तभी तो गजेंद्र इन्हीं पेड़-पौधों को अपना परिवार मानते हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन वृक्षों के लिए समर्पित कर दिया है जो काबिले तारीफ़ है। इको फ्रेंडली होली मना रहें है ग्रामीण एक ओर वृक्षारोपण का संदेश दें रहें हैं तो वहीं पर्यावरण संरक्षण को लेकर लोग आगे आये हैं। बिहार के बगहा स्थित एक छोटे से गाँव पीपरा में लोग ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से बचाव औऱ पर्यावरण संरक्षण का बड़ा संदेश दें रहें हैं। 

बेतिया से आशीष की रिपोर्ट


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