Bihar News : त्रिवेणी कैनाल में नहाने के दौरान डूबने से शिक्षक की हुई मौत, परिजनों में मचा कोहराम

Bihar News:एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां त्रिवेणी कैनाल नहर में नहाने के दौरान युवक की डूबने से मौत हो गई।

BETTIAH : पश्चिम चंपारण जिले के बगहा अनुमंडल अंतर्गत भैरोगंज थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां त्रिवेणी कैनाल नहर में नहाने के दौरान 18 वर्षीय युवक किशन कुमार की डूबने से मौत हो गई। किशन कुमार एक निजी विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए स्कूल जा रहे थे। उनकी असमय मौत से सासाराव गांव समेत पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।

मृतक किशन कुमार, जो कि सासाराव गांव निवासी हरिशंकर साह के पुत्र थे, प्रतिदिन की तरह साइकिल से स्थानीय विद्यालय कोचिंग पढ़ाने जा रहे थे। इसी बीच, उमस और गर्मी के कारण उन्होंने त्रिवेणी कैनाल के जुड़ा चौक स्थित स्थान पर कुछ अन्य युवकों को नहाते देखा और उन्होंने भी नहर में उतरने का फैसला किया। लेकिन दुर्भाग्यवश, नहाने के क्रम में उनका पैर फिसल गया और वे गहरे पानी में चले गए। उन्हें तैरना नहीं आता था, और समय रहते कोई मदद नहीं मिल पाने के कारण वे नहर में डूब गए।

स्थानीय राहगीरों ने नहर किनारे लावारिस साइकिल, कपड़े और चप्पल देखकर आशंका जताई कि कोई हादसा हुआ है। इस सूचना पर जब किशन कुमार घर नहीं लौटे, तो उनके परिजनों ने खोजबीन शुरू की। नहर किनारे मिले कपड़ों और साइकिल से परिजनों ने किशन की पहचान की और तुरंत भैरोगंज थाना पुलिस को सूचित किया।स्थानीय गोताखोरों की मदद से युवक के शव की खोज शुरू की गई और कुछ ही देर में किशन का शव नहर से बरामद कर लिया गया। भैरोगंज थानाध्यक्ष महेश कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि शव को कब्जे में लेकर बगहा अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने इसे प्रारंभिक रूप से दुर्घटनावश डूबने से मौत माना है और कानूनी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

मृतक किशन तीन भाइयों में दूसरे स्थान पर थे और अविवाहित थे। शिक्षक के रूप में कार्यरत किशन अपने परिवार के लिए आशा का केन्द्र थे। उनकी मौत से परिवार पर वज्रपात जैसा दुख टूटा है। हरिशंकर साह और परिजन रो-रोकर बेसुध हैं।यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि गर्मियों में जल स्रोतों में नहाना कितना खतरनाक साबित हो सकता है, विशेषकर जब सुरक्षा व्यवस्था और चेतावनी चिह्नों का अभाव हो।

बेतिया से आशीष की रिपोर्ट