Bihar Land Registry: एनओसी के नाम पर रिश्वतखोरी, भू-अर्जन विभाग पर रिश्वतखोरी का खुला खेल,75 वर्षीय वृद्ध भटकने को मजबूर
Bihar Land Registry: भागलपुर जिले के भू-अर्जन विभाग से एक बार फिर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है।...

Bihar Land Registry: भागलपुर जिले के भू-अर्जन विभाग से एक बार फिर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। 75 वर्षीय उमाकांत चौधरी ने विभागीय कर्मचारी दीपक कुमार पर एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) देने के नाम पर पहले 10 हजार रुपये लेने और दोबारा रिश्वत की मांग करने का आरोप लगाया है।
उमाकांत चौधरी ने बताया कि उनकी कुछ जमीन सरकार द्वारा अधिग्रहित की गई थी। बची हुई जमीन की रजिस्ट्री के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय ने भू-अर्जन विभाग से एनओसी मांगा। पहले भी इसी प्रक्रिया में कर्मचारी दीपक कुमार ने 10 हजार रुपये लिए थे। अब फिर से एनओसी की आवश्यकता पर उन्हें बार-बार फोन कर बुलाया जा रहा है। वृद्धावस्था और अस्वस्थता के कारण वे आने-जाने में असमर्थ हैं, बावजूद इसके दबाव डाला जा रहा है।
चौधरी का यह भी आरोप है कि पैसे न देने पर कर्मचारी उनके विरोधियों से संपर्क कर दबाव बनवा रहे हैं और परिवार में झगड़ा कराने की साजिश रच रहे हैं।
इस संबंध में जब दीपक कुमार से सवाल किया गया, तो उन्होंने सभी आरोपों को झूठा और निराधार बताया। उन्होंने कहा कि एनओसी प्रक्रिया में समय सीमा निर्धारित नहीं है और वह नियमानुसार काम कर रहे हैं। पैसे लेने के आरोप को उन्होंने पूरी तरह खारिज किया।
बता दें हाल ही में जनसुराज अभियान के प्रशांत किशोर ने भी भू-अर्जन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर इशारा किया था। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में कोई सख्त कदम उठाता है या अन्य मामलों की तरह यह भी फाइलों में दबा दिया जाएगा।
रिपोर्ट- बालमुकुंद शर्मा