Bihar politics - तेजस्वी ने बिहार की जनता को तमाचा मारा है, स्टालिन और रेवंत रेड्डी को बुलाने पर भड़के प्रशांत किशोर, कहा – असली चरित्र दिखा दिया

Bihar politics - प्रशांत किशोर ने कहा है कि तेजस्वी का असली चरित्र सामने आ गया है। उन्होंने स्टालिन और रेवंत रेड्डी को बुलाकर बिहार की जनता को तमाचा मारा है।

पीके ने तेजस्वी पर किया हमला- फोटो : NEWS4NATION

Buxar - वोट अधिकार यात्रा को अब तक बिहार के लोगों का समर्थन मिल रहा था। लेकिन इस यात्रा में दक्षिण भारत के नेताओं एमके स्टालिन, रेवंत रेड्डी को बिहार बुलाने के बाद अब लोगों में नाराजगी भी नजर आ रही है। यहां तक कि बिहार की राजनीति में इस  कदम के बाद तेजस्वी यादव विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं। 

जहां भाजपा ने वोट अधिकार यात्रा को बिहार अपमान यात्रा बताया है। वहीं बिहार बदलाव यात्रा के लिए निकले जनसुराज नेता प्रशांत किशोर ने तेजस्वी के चरित्र पर ही सवाल उठा दिया है।

बिहार की जनता को बेवकूफ समझते हैं तेजस्वी

प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी को लगता है कि बिहार की सारी जनता बेवकूफ है। जिस रेवंत  रेड्डी ने बिहार के डीएनए पर सवाल उठाए, उसे मंच पर बैठा घूमा रहे हैं। आज स्टालिन बिहार आए हैं, उस समय स्टालिन  कहां थे, जब उनके राज्य में बिहार के लोगों को मारा जा रहा था। आज बिहार में आकर वोट मांग रहे हैं। उन्हें यह हिम्मत कहां से मिली। यह हिम्मत तेजस्वी ने दी है। जिन्होंने उन्हें बुलाकर बिहार की जनता को तमाचा मारा है। इस कदम ने कांग्रेस और तेजस्वी का चरित्र भी दिखा दिया है।

डर की कहानी खत्म

प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 30 साल से बिहार की जनता डर से वोट कर रही है। पहले लालू से डरकर वोट दिया। फिर नीतीश  कुमार ने लालू का डर दिखाकर बिहार की जनता लूटा। लेकिन अब डरने की जरुरत नहीं है। बिहार की जनता के पास जन सुराज  सबसे बड़ा विकल्प है।

बक्सर पहुंचे प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की युवाओं को नौकरी मांगने पर नीतीश  कुमार की पुलिस अपने जूतों से रौंद रही। बिहार सरकार  ने हर वर्ग पर लाठी चलाई है। अब जनता की बारी है।

हो गई है शुरूआत

प्रशांत  किशोर ने कहा कि भ्रष्ट नेताओं को गांव से दौड़ाकर भगाया जा रहा  है। इसकी शुरूआत हो गई है। उन्होंने कहा कि यह वही धरती है, जहां सबसे पहले नीतीश कुमार का पथराव हुआ था, यहां की जनता क्रांतिकारी है। यह भ्रष्ट नेता जब गांव में जाएंगे तो लोग दौड़ाकर भगाएंगे। 

रिपोर्ट - नरोत्तम कुमार