Bihar News : बक्सर में मल्टी विलेज स्कीम का सीएम नीतीश ने किया उद्घाटन, पीएचईडी के प्रधान सचिव बोले-36 हज़ार परिवारों को पीने के लिए मिलेगा गंगा का शुद्ध जल
Bihar News : बिहार के बक्सर में सीएम नीतीश ने मल्टी विलेज स्कीम का उद्घाटन किया. इस मौके पर पीएचईडी के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने कहा की इससे 20 पंचायत के लोगों को फायदा होगा....पढ़िए आगे
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BUXAR : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा पर निकले हुए हैं और हर जिले की समीक्षा कर रहे हैं। साथ ही साथ योजनाओं की घोषणा और शिलान्यास भी किए जा रहे रहे हैं। इसी क्रम में आज नीतीश कुमार बक्सर के सिमरी प्रखंड पहुंचे और मल्टी विलेज स्कीम का उद्घाटन किया। यह स्कीम बिहार के पीएचईडी विभाग के द्वारा पूरा किया गया है। इस मल्टी विलेज स्कीम के तहत 20 पंचायतों में पानी का कनेक्शन दिया गया है और लगभग 36000 परिवारों को शुद्ध गंगा जल का पानी पीने को मिलेगा।
इस प्रोजेक्ट को लेकर हमारे संवाददाता ने पीएचईडी के प्रधान सचिव पंकज कुमार से बातचीत की। सबसे पहले प्रधान सचिव ने बताया कि इस योजना की परिकल्पना 2008 में की गई थी। उन्होंने बताया कि किसी कारणों की वजह से यह योजना अधूरी रह गई थी। लेकिन पिछले 1 साल में अभियान की तरह चलाकर इस योजना को सफल बनाया गया। जिस में नई एजेंसी एवियन और साथ ही साथ जिला प्रशासन और अभियंताओं की टीम ने पूरी मेहनत की। जिस वजह से यह सफल हो पाई है और आज यह योजना एक लैंडमार्क बन गया है। प्रधान सचिव ने बताया कि यहां के जल में आर्सेनिक पाया जाता है जो बहुत ही खतरनाक होता है। इस योजना के सफलता के बाद लगभग 20 पंचायतों में लगभग 36750 परिवार को शुद्ध गंगाजल पेयजल के रूप में मिलेगा और और यह पानी आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए काफी सकारात्मक रहेगा। इसके लिए उन्होंने पीएचडी विभाग की तरफ से बिहार के मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। प्रधान सचिव ने यह भी बताया कि इस पानी के ब्रांडिंग करने का भी प्रयास किया जाएगा। प्रधान सचिव ने यह भी बताया की जो बाजार में पानी होता है वह नॉर्मल आरो प्लांट से बनाया जाता है। लेकिन यह पानी चुकी गंगाजल है। इसलिए हिमालय से निकलकर सब जगह से होते हुए आता है। इसलिए यह वास्तव में मिनरल वाटर होता है और लगभग 20 पंचायत के लोगों को इस स्कीम के बाद शुद्ध गंगाजल पिलाया जाएगा। ऑपरेशन और मेंटेनेंस के सवाल पर पंकज कुमार ने बताया कि चुंकि 36000 परिवारों को यह शुद्ध गंगा जल पिलाया जा रहा है। इसलिए इसके मेंटेनेंस के लिए विशेष व्यवस्था यहां भी की गई है। जिस एजेंसी ने यह कार्य पूरा किया है उसको 5 साल तक इसको मेंटेन करने की भी जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि एक कंट्रोल रूम राज्य स्तर पर भी होता है और एक नियंत्रण रूम यहां भी बनाया गया है। जहां कोई भी समस्या होने पर लोग आकर के शिकायत दर्ज कर सकते हैं जिनको तुरंत दूर कर लिया जाएगा।
ज्ञात हो कि यह स्कीम बिहार सरकार द्वारा बक्सर जिले के गंगा किनारे बसे ग्रामों में जल में हानिकारक आर्सेनिक की मात्रा अधिक पाए जाने से मुक्ति के लिए स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गंगा नदी से सतही बहुग्रामीय जलापूर्ति योजना की रूपरेखा तैयार की गई थी। बक्सर जिला के सिमरी और बक्सर प्रखंडों की अत्यधिक आर्सेनिक से प्रभावित 130 गांव में सतही जल के उपयोग से पाइप जलापूर्ति योजना के निर्माण को लक्षित कर 112 करोड रुपए की राशि से योजना की परिकल्पना मार्च 2008 में की गई। इस योजना की क्रियान्वयन हेतु मई 2009 में 100.50 करोड रुपए की राशि पर कार्य आवंटन किया गया था। किंतु योजना कार्यान्वन में अनेक प्रकार की चुनौतियों तथा संसाधनों का संग्रहण भूमि अधिग्रहण इत्यादि में विलंब होने के कारण लक्ष्य से पीछे हो गया। 2012 में जमीन उपलब्ध कराया गया एवं संवेदक के द्वारा कार्य प्रारंभ किया गया। इस योजना के कार्य अनुमान में संवेदक द्वारा पूर्ण अभिरुचि नहीं दिए जाने के कारण अगस्त 2013 में एजेंसी को अन्य कार्य निविदा में भाग लेने हेतु वंचित कर दिया गया। इसके बाद भी संवेदक द्वारा कार्य में अपेक्षित प्रगति नहीं लाने के कारण फरवरी 2017 से फर्म के इकरारनामा को विखंडित कर कार्य वापस लेकर एजेंसी को काली सूची में डालने हेतु संशोधित रूप से कार्य करने का निर्णय किया गया। इसके बाद यह कार्य नई एजेंसी मेसर्स एवियन प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा पूर्ण किया गया।
पुष्कर की रिपोर्ट