Encounter: ADG कुंदन कृष्णन, पटना में एनकाउंटर से 13 दिसंबर का कनेक्शन, जानकर दंग रह जाएंगे...खेल अभी शुरू हुआ है....आगे...

Encounter in Patna: राजधानी पटना में 6 साल के बाद फिर एक बार एसटीएफ और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुआ और एक कुख्यात अपराधी ढेर हो गया। लेकिन इस एनकाउंटर से 13 दिसंबर और IPS कुंदन कृष्णन का गजब का संयोग जुड़ गया है।

Encounter in Patna
ADG Kundan Krishnan- फोटो : Reporter

PATNA: बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार,13 दिसंबर 2024 की रात लगभग 10 बजे के आसपास एनकाउंटर हुआ। जिसमें एक कुख्यात आरोपी ढेर हो गया। मूल रूप से छपरा जिले के रिविलगंज थाना क्षेत्र के नटवां सेमरा गांव का रहने वाला इंटरस्टेट कुख्यात लुटेरा अजय राय उर्फ काका जो जक्कनपुर थाना क्षेत्र के संजय नगर रोड नंबर 10 में स्थित किराए के मकान में साथियों संग छिपा हुआ था को एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया।

महीनों से ढूंढ रही थी पुलिस

कुख्यात अजय राय को एसटीएफ पिछले कई महीने से ढूंढ रही थी। वह बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा था। पुलिस से बचने के लिए उसने जक्कनपुर के संजय नगर में पिछले दिनों खुद को आकाश यादव बिजली ठेकेदार बताकर मकान किराये पर लिया था। साथ में अजय के दो साथी मो. साहिल और विकास कुमार भी रह रहे थे। डकैती, अपहरण, लूट और हत्या व आर्म्स एक्ट आदि केस में वो वांछित था। मिली सटीक सूचना पर जब मकान को चारों तरफ से घेर कर एसटीएफ ने अजय राय को सरेंडर करने को कहा तो उसके दोनों साथी भाग निकले लेकिन अजय ने एसटीएफ पर गोली चला दी। इसके बाद एसटीएफ ने मोर्चा संभाला और फिर  गोलियां चलानी शुरू कर दीं।

एनकाउंटर में हुआ ढेर

पुलिस और अपराधियों के बीच करीब 20 राउंड गोलियां चलीं।अजय राय को चार गोली लगी और वह कमरे में ही ढेर हो गया। हालांकि उसे एनएमसीएच ले जाया गया,जहां उसकी मौत की पुष्टि कर दी गई। वहीं एनकाउंटर के दौरान फायरिंग में एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर दीना नाथ दिवाकर को बाह में गोली लगी है। जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। वे खतरे से बाहर हैं।

एनकाउंटर और 13 दिसबंर का कनेक्शन 

ये साल दूसरा है वो साल दूसरा था पर इनके बीच 6 साल का लंबा फासला है पर तारीख़ एक ही है 13 दिसंबर और हश्र भी एक ही है। पुलिस के लिए लंबे समय से सिरदर्द बने कुख्यात अपराधी का पुलिस मुठभेड़ में खात्मा। दरअसल, गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात ठीक छह साल पहले यानी 13 दिसंबर 2018 को एसटीएफ़ की टीम ने 50 हजार के इनामी बदमाश मुचकुंद कों मार गिराया था। 

तब मुचकुंद ने मचाया था आतंक

उस दौर में अभिषेक कुमार उर्फ मुचकुंद शर्मा और उसके गिरोह ने पटना में आतंक मचा रखा था। आरा, बिहटा,दानापुर,नौबतपुर के इलाके में उसकी तूती बोलती थी। पटना पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एक अभियान चला रखा था लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था। स्थिति यहां तक आ पहुंची थी कि पटना के तत्कालीन जोनल आईजी नैयर हसनैन खा को उसकी गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान की मॉनिटरिंग करनी पड़ रही थी। तो वहीं खुद डीआईजी सेंट्रल रेंज राजेश कुमार उसकी गिरफ्तारी को एक मिशन के तौर पर ले रखे थे। हद तो तब हो गई जब नौबतपुर थाना क्षेत्र के चेचौल निवासी ईनामी अपराधी ने पटना बाईपास में पटना पुलिस के एक कमांडो को मार गिराया था। पटना पुलिस के कमांडो मुकेश सिंह की हत्या में मुचकुंद शर्मा का ही नाम आया था।पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था।

आईजी (अभियान) ने संभाली थी कमान

पुलिसवाले की हत्या कर पूरी तरह बेलगाम हुए अति दुस्साहसी ईनामी कुख्यात मुचकुंद शर्मा को सलाखों के पीछे धकेलने की कमान तब तत्कालीन आईजी (अभियान) कुंदन कृष्णन खुद संभाली और फिर आईजी की अगुवाई में ही पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। पटना पुलिस को इस ऑपरेशन से पूरी तरह अलग रखा गया था। आईजी (अभियान) ने इसे चुनौती के तौर पर स्वीकार किया था। इसी अभियान के दौरान एक दिन कुंदन कृष्णन को सूचना मिली कि नौबतपुर बिहटा का आतंक दानापुर इलाके में देखा गया है। 

6 साल पहले भी एनकाउंटर में मारा गया कुख्यात 

दानापुर इलाके में उसकी मौजूदगी की सूचना पर आईजी ऑपरेशन ने तत्काल एक टीम का गठन किया। एसओजी वन की टीम सीधे आईजी ऑपरेशन को रिपोर्ट कर रही थी। दानापुर के रूपसपुर थाना क्षेत्र में दीघा तरफ जाने वाले नहर के रास्ते में मुचकुंद शर्मा को एसटीएफ ने ढेर कर दिया था जब ईनामी मुचकुंद ने पुलिस को देखते ही अपने पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी थी। इस दौरान उसके अन्य साथी भागने में कामयाब रहे थे। 

एनकाउंटर का कुंदन कृष्णन कनेक्शन 

राजधानी के जक्कनपुर थाना क्षेत्र में 6 साल के लंबे गैप के बाद बिहार पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स ने पटना में बड़ी कार्रवाई की है। एक बार एसटीएफ और अपराधी के बीच मुठभेड़ हुआ और कुख्यात ढेर हो गया। लेकिन इस एनकाउंटर से 13 दिसबंर और IPS कुंदन कृष्णन का गजब का संयोग जुड़ गया है। पिछली बार 13 दिसंबर 2018 को बिहार पुलिस के सिपाही मुकेश की हत्या के आरोपी और पटना जिला के टॉप टेन अपराधी रहे 50 हजार के ईनामी मोस्ट वांटेड अपराधी मचकुंद को एसटीएफ ने ढेर किया था तब आईजी (अभियान) कुंदन कृष्णन ही थे। तो वहीं 6 दिसंबर 2024 को बतौर ADG कुंदन कृष्णन के एसटीएफ की कमान संभालते ही इंटरस्टेट बैंक और गोल्ड लुटेरा मोस्ट वांटेड अजय राय उर्फ काका विशेष कार्य बल से मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। आइपीएस कुंदन कृष्णन अपराधियों के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस के नीति और अपने जबरदस्त नेटवर्क खातिर अतिचर्चित है। इनका नाम अपराधियों के बीच खौफ का पर्याय रहा है। अब देखना है आने वाले दिनों ADG के नेतृत्व में अपराधियों के खिलाफ स्पेशल टास्क फोर्स कैसे कहर बरपाती है क्योंकि 6 साल बाद हुए राजधानी में हुए इस आगाज का मैसेज दूर तलक जाएगा।


कुलदीप भारद्वाज की रिपोर्ट 

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