Encounter : एक बार फिर हुआ 'फैसला ऑन द स्पॉट' ! एनकाउंटर में मारे गए मुस्तफा कग्गा गिरोह 4 गुर्गे, इंस्पेक्टर को लगी कई गोलियां
आम लोगों का जनजीवन मुहल करने वाले मुस्तफा कग्गा गिरोह के तीन गुर्गों का एक बार फिर एनकाउंटर हुआ है. इसमें कुख्यात वांछित को उसके तीन अन्य साथियों के पुलिस ने ढेर कर दिया. एसटीएफ की इस कार्रवाई में एक पुलिसवाला घायल हो गया.
Encounter : अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाना और एनकाउंटर में उन्हें ढेर कर देना. कुछ महीनों में बाबा की पुलिस ने फैसला ऑन द स्पॉट वाली पुलिसिंग से अपराधियों के हौसले पस्त कर रखे हैं. मंगलवार को एक बार फिर से ऐसा ही एक एनकाउंटर देखा गया गया. इस बार मली जिले में उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में एक वांछित अपराधी और उसके तीन साथी मारे गए.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात शामली जिले के झिंझीना इलाके में हुई मुठभेड़ में एक एसटीएफ इंस्पेक्टर को भी कई गोलियां लगीं।
20-21 जनवरी की दरम्यानी रात को मुस्तफा कग्गा गिरोह का सदस्य अरशद अपने तीन अन्य साथियों - मंजीत, सतीश और एक अज्ञात साथी के साथ एसटीएफ मेरठ टीम के साथ पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया. यूपी एसटीएफ, कानून एवं व्यवस्था, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान घायल होने के कारण वे दम तोड़ चुके हैं.
उन्होंने बताया कि अरशद सहारनपुर के बेहट थाने से लूट के एक मामले में वांछित था. मेरठ जोन के एडीजी ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. अरशद के खिलाफ लूट, डकैती और हत्या के एक दर्जन मामले दर्ज थे.
यश ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर सुनील को कई गोलियां लगीं और उन्हें करनाल के अमृतधारा अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि बाद में सुनील को गुरुग्राम के मेदांता रेफर कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि मामले में आगे की कानूनी कार्यवाही चल रही है. उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), राज्य पुलिस की एक विशिष्ट शाखा है, जो मुख्य रूप से संगठित अपराध और अपराधियों से निपटती है.